मधुबन उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में राजस्व के बड़े बकायेदारों पर करवाई से अन्य कर्जदारो में मचा रहा हडकम्प

वाहिद अहमद

मधुबन/मऊ : सरकार के निर्देश के बाद वर्ष 2011-12 में तहसील क्षेत्र स्थित पीसीएफ मधुबन ,सिपाह इब्राहिमाबाद व एसएसएस प्यारेपुर द्वारा नगर पंचायत मधुबन निवासी नागेन्द्र मल्ल पुत्र हरिवंश मल्ल व विसेन राइस मिल पांती के मिलर स्व.उमाशंकर मल्ल को धान कुटाई के लिए धान व बोरा उपलब्ध कराया था।लेकिन मिलर द्वारा धान की कुटाई के बाद निकले चावल का गोलमाल कर चावल को भारतीय खाद्य निगम को नही सौपा गया।

क्रय नीति के तहत वसूली के लिए मिलर को कई बार पत्र व्यवहार किया गया लेकिन वकाया धन को जमा नही किया गया।जो वर्तमान में बढ कर नागेन्द्र मल्ल पुत्र स्व. हरिवंश मल्ल निवासी मधुबन के नाम से 6267560 रूपये हो गया है।तो उमाशंकर मल्ल निवासी पांती के नाम से 10288033 रूपये हो गया है।राजस्व के बडे वकाये को जमा करने में अक्षम साबित होने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर सोमवार को उपजिलाधिकारी निरंकार सिंह ,तहसीलदार हरिशचन्द्र त्रिपाठी के साथ पुलिस व राजस्व विभाग के कर्मचारी कर्जदारो के मिलो मकानो ,खेतो के साथ दो वाइक व एक टैक्टर को जब्त कर राजस्व के वकाये पुर्ति के लिए कार्रवाई में जुटी रही।प्रशासन के इस कार्रवाई से अन्य कर्जदारो में हडकम्प मचा रहा।

इस वावत उपजिलाधिकारी निरंकार सिंह ने बताया कि राजस्व वसूली के लिए अभियान चलाया जा रहा है।अभी कई शेष बडे राजस्व बकायेदारो के यहां कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।

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