सामंतवादियो की यह सरकार है, जो तलवे चाटता है वह उनके गोद में बैठा है – मुख़्तार अंसारी
मऊ। विधायक मुख्तार अन्सारी ने आज मीडिया को बडा बयान देते हुवे कहा कि योगी सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल फ्लाप है जिसका नतीजा सरकार को देखने को मिल गया है। 2019 में नेता जो फैसला लेगी वह चुनाव लडेगा। योगी सरकार के एक साल के कार्यकाल के बारे में कहा योगी सरकार का जो एक साल पूरा हुआ है। पूरा साल झूठ बोलने मे ंगुजरा है। हर जगह दलितो के साथ पिछडी जाति के साथ नाइन्साफी हुई है। बुनकरो के साथ किये गये वादे में झूठ बोला गया है। उस सरकार ने जो किया था उनको एक साल के अन्दर उसका फल मिल गया। जो फर्जी इन्कान्टर हो रहे है वह निन्दनीय है।
उन्होंने कहा कि ये सामन्तवादियो की सरकार है जो उनके तलवे चाटते है और जो उनकी गोद में बैठा हुआ है उनके लिए सब कुछ छुट है। वनारस में इनामी अपराधी भाजपा विधायक के साथ बैठे है और घूम रहे है जबकि उनके उपर पचास हजार का इनाम है। लेकिन उनको कोई पकडने वाला नही है।
जो भाजपा का समर्थक है वह जो भी अपराध करे उसका हर अपराध माफ बाकी आम जनता पर जूल्म ढाया जा रहा है। मोदी सरकार ने चार साल सभी के साध धोखा किया है। इसका खामियाजा 2019 में आपको देखने को मिलेगा । राज्यसभा में अगर वो ट देने का मौका मिला तो मै बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार को वोट दूँगा। हम अन्सारी खानदान से ताल्लूक रखते है हमारे खानदान का यह रिवाज रहा है कि सामप्रदायिक शक्तियो का विरोध करते है चाहे वह हिन्दू हो मुसलमान चाहे योगी आदित्यानाथ हो या उनकी पार्टी। जहाँ भी सेकुलर पार्टियाँ संविधान की रक्षा के लिए एक हो रही है उसका हम लोग दिलोजान से स्वागत करते है। मौत और जिन्दगी का मालिक अल्लाह के सिवाय कोई नही है। इसलिए आज तक मेरा कोई भी बाल बाका नही कर सका ।
मुख़्तार अंसारी आज एक मुक़दमे की पेशी के सिलसिले में मऊ आये हुवे थे. दक्षिणटोला थाना क्षेत्र के एआरटीओ आफिस के सामने 19 मार्च 2010 को रामसिहं मौर्या और उनके सिपाही सतीश की गोली मारकर हत्या कर दिया गया था । जिसमें जिले के सदर विभानसभा के विधायक मुख्तार अन्सारी को 120 बी के तहत आरोपी बनाया गया था। आज उसी मामले में मऊ जिला कोर्ट एडीजे फस्ट अजय कुमार की अदालत में पेश हुए। बता दे कि रामसिहं मौर्या जिले के एक क्लास के ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह उर्फ मन्ना सिहं की हत्या के मामले में मुख्या गवाह था।ठेकेदार हत्या कान्ड में भी मुख्तार अन्सारी 120बी के तहत आरोपी थे। गवाह की हत्या के साथ ही उनके गनर के रुप तैनात सिपाही की भी हत्या हुई थी।