भाजपा विधायक पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती के पिता की संदिग्ध मौत. थानाध्यक्ष सस्पेंड

भाजपा विधायक पर लगा बलात्कार का आरोप.

आदिल अहमद.

उन्नाव: “कहते है पॉवर कैन डू एनिथिग”  डायलोग भले फ़िल्मी हो मगर उन्नाव में अगर पीड़ित परिजनों के आरोप को सत्य माना जाये तो शायद यह सही भी है. पॉवर बाहुबल का हो या फिर सत्ता का सुरूर हो वह कुछ भी कर सकता है. भाजपा विधायक पर लगे आरोपों को देखा जाये तो शायद यह सच साबित होता है. पहले तो एक युवती ने भाजपा नेता पर गैंगरेप का आरोप लगाया, यही नहीं आरोपों पर कार्यवाही न होने से क्षुब्ध होकर वह युवती लखनऊ में आत्मदाह तक करने को पहुच गई, जिसे मौके पर मौजूद पुलिस ने रोक लिये और प्रयास को असफल कर दिया. अभी कल रविवार को यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि आज उस पीडिता के पिता की हिरासत में सदिग्ध मौत ने बात को दुबारा पटल पर लाकर रख दिया है. जी हां नैतिकता का पाठ पढ़ा कर सत्ता तक पहुची भाजपा के विधायक पर जहा गैंग रेप का आरोप है वही आज उस पीडिता के पिता की संदिग्ध मौत ने उन्नाव को हंगामे की भेट चढ़ा दिया है. मामला तुल पकड़ता दिखाई दे रहा है और मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस कप्तान ने अपनी गाज उन्नाव के स्थानीय थानाध्यक्ष को सस्पेंड करते हुवे गिराई है. साथ ही मामले में गृह मंत्रालय ने डीजी जेल और जिला प्रशासन से पूरी रिपोर्ट तलब कर लिया है. साथ ही विधायक कुलदीप सिंह सेगर के चार समर्थको क्रमशः विनीत मिश्रा , शैलू, सोनू और बउवा को गिरफ्तार कर लिया है.

घटना कुछ इस प्रकार है कि उन्नाव के माखी थानाक्षेत्र की रहने वाली युवती ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर आरोप लगाया कि जून 2017 में उन्होंने उसे बंधक बनाकर कई बार दुष्कर्म किया। पीड़िता ने थाने में आरोपी विधायक के खिलाफ तहरीर दी, तो पुलिस ने उसकी कोई भी फरियाद नहीं सुनी और थाने से लौटा दिया। इसके बाद वह कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन वहां से उसे न्याय नहीं मिला। इससे क्षुब्ध होकर पीड़ित युवती प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास के सामने रविवार को आत्मदाह करने का प्रयास किया.

इसी बीच पीड़िता के पिता की सोमवार की सुबह उन्नाव जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। परिजनों ने आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर लगाया कि विधायक ने अपने सत्ताबल का प्रयोग करते हुवे जेल में ही पीडिता के पिता की हत्या करवा दिया है। इस घटनाक्रम में मृतक के परिजनों ने आरोप लगाते हुवे बताया कि विगत चार अप्रेल को मृतक को विधायक कुलदीप सिंह सेगर के भाइयो ने पेड़ से बाँध के मारा था, जिसमे मृतक को गंभीर चोट लगी थी. परिजनों का आरोप है कि जब इस सम्बन्ध में मृतक माखी थाना अपनी शिकायत दर्ज करवाने पंहुचा था कि उसी समय उसको थाने पर बैठा लिया था. परिजनों के आरोप को आधार माने तो स्थानीय पुलिस ने उलटे मृतक को ही अवैध असलहे के साथ फर्जी मुक़दमे में जेल भेज दिया जहा चोट लगने से गंभीर स्थिति में मृतक को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहा आज सुबह घायल की मृत्यु हो गई. मामले कि  गंभीरता को देखते हुवे वहीं, इस सम्बन्ध में गृह विभाग ने डीजी जेल व उन्नाव जिला प्रशासन रिपोर्ट मांगा है। पुलिस अधीक्षक पुष्पाजंलि उन्नाव ने एसओ अशोक सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, पुलिस ने चार लोगों की गिरफ्तारी भी की है। वहीं, डीएम ने इस प्रकरण की जांच मजिस्ट्रेट को सौंप दी है।

वही मामले की गंभीरता को समझते हुवे एडीजी राजीव कृष्णा पीड़ित परिवार से मिले और मामले की जांच लखनऊ पुलिस से कराने का निर्देश दिया। इसके बाद सुरक्षा में परिवार को उन्नाव पुलिस के साथ घर भेज दिया। वहीं जेल प्रशासन ने मामले में अनभिज्ञता दिखाते हुवे कहा कि वे  मृतक पहले से बीमार था. देर रात उसको अचानक पेट में दर्द शुरू हुआ जिसके कारण मृतक को जिला अस्पताल भर्ती करवाया जहा आज उसकी मृत्यु हो गई.

सोमवार की सुबह मौत की खबर पर पीड़ित परिवार ने बीजेपी विधायक और उसके भाई अतुल सिंह सेंगर पर हत्या का आरोप लगाया है। इस मामले में गृह विभाग ने डीजी जेल व जिला प्रशासन से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की है। वहीं शासन ने भी एसपी उन्नाव से रिपोर्ट मांगी है।

आरोप है कि कुलदीप सिंह ने मामले को दबाने के लिए पीड़ित के पिता से चार अप्रैल को मारपीट की। इसके बाद माखी थानाध्यक्ष अशोक सिंह ने आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई कर पिता को जेल भेज दिया। वहीं, रविवार की देर रात अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। रेप पीड़िता ने बताया कि विधायक के हनक के चलते पुलिस ने पिता को मारपीटा, जिससे उनकी मौत हो गयी।मामला तूल पकड़ने पर एसपी ने लापरवाही पर थानाध्यक्ष को सस्पेंड करते हुए चार लोगों की गिरफ्तारी करायी है। उन्होंने बताया कि प्रकरण को गंभीरता से लेकर मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उस पर विधिक कार्रवाई की जायेगी। साथ ही डीएम ने इस प्रकरण के जांच के लिए मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया है।

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