अखाड़ा परिषद के शाही स्नान के बहिष्कार का फैसला लिया वापस
मो आफताब फ़ारूक़ी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आज इलाहाबाद आगमन से पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने यू-टर्न लेते हुए कुम्भ मेले में शाही स्नान के बहिष्कार का अपना फैसला वापस ले लिया। परिषद ने कहा कि यह फैसला उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सम्मान में लिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री भी एक संत हैं और अर्धकुंभ मेला को लेकर सीएम के साथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की आज बैठक भी है। इसी कारण 16 मार्च को लिया गया शाही स्नान के बहिष्कार का फैसला सर्व सम्मति से वापस ले लिया जाता है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी की अध्यक्षता में मठ बाघम्बरी गद्दी में हुई अहम बैठक में सात प्रस्तावों पर साधु-संतों ने मुहर लगी। बैठक के दौरान यह प्रस्ताव पास किया गया है कि कुंभ से पहले अखाड़े अपने महामण्डलेश्वर और श्रीमहंत की सूची अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद को मुहैया करा देंगे। जिससे प्रशासन को यह सूची उपलब्ध कराई जा सके।
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तीन शाही स्नान की तिथियां तय
मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी में आयोजित अखाड़ा परिषद की बैठक में शनिवार को कुंभ मेला के शाही स्नान पर्वों की तारीख तय की गयी। कुंभ मेला में 15 जनवरी को मकर संक्रांति का शाही स्नान, 21 जनवरी पौष पूर्णिमा, 04 फरवरी मौनी अमावस्या शाही स्नान, 10 फरवरी बसंत पंचमी शाही स्नान, 19 फरवरी माघ पूर्णिमा और 04 मार्च को महाशिवरात्रि का स्नान होगा। चार मार्च को मेला का समापन हो जाएगा। तय किया गया कि कुंभ में तीन तिथियों में 15 जनवरी, 04 फरवरी और 10 फरवरी को शाही स्नान होगा।