अधिवक्ता हत्याकाण्ड का खुलासा, एक शूटर गिरफ्तार
मो आफताब फ़ारूक़ी
इलाहाबाद। अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए वाराणसी एसटीएफ ने एक शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। अधिवक्ता की हत्या का ठेका होटल मालिक प्रदीप जायसवाल ने पांच लाख की सुपारी अपने एक होटल में काम करने वाले कर्मचारी के माध्यम से दी थी। जबकि वारदात में शामिल दूसरे शूटर की तलाश जारी है।
अधिवक्ता की हत्या की सुपारी क्राउन होटल मालिक प्रदीप जायसवाल ने होटल में सामान सप्लाई करने वाले दोस्त घनश्याम के माध्यम से दी थी। सूत्रों की माने तो एसटीएफ वाराणसी ने प्रतापगढ़ से बदमाश शमशाद को गिरफ्तार किया तो मामले का राज खुला। शमशाद ने भाड़े के शूटरो को हायर किया था। एक शूटर को गिरफ्तार करने में कामयाबी भी एसटीएफ को मिल चुकी है। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक रामबाग में होटल के पीछे नाले के विवाद से होटल मालिक प्रदीप जायसवाल काफी परेशान था। अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव नगर निगम से लेकर कोर्ट तक शिकायत की थी। मामले में पीआईएल भी दाखिल करने वाला था। प्रदीप ने महेवा के रहने वाले अपने दोस्त घनश्याम वैश्य से राजेश की हत्या के लिए झूंसी में रहने वाले अंजनी श्रीवास्तव से सम्पर्क साधा। अंजनी का पुराना आपराधी रहा है। उसने प्रतापगढ़ रहने वाले अपने दोस्त शमशाम को यह काम शौंपा दिया। शमशाद ने दो शूटरों को हायर किया।
जिसमें विशाल प्रजापति और रईस बताये जा रहे है। उन्हें चोरी की बाइक मुहैया कराने के बाद अधिवक्ता की हत्या के लिए रैकी में लगा दिया। वारदात के दिन विशाल बाइक पर पीछे बैठा था। उसी ने अधिवक्ता को गोली मारी। वहीं दूसरी तरफ होटल मालिक का परिचित घनश्याम और अंजनि की तलाश में पुलिस की टीमें कई स्थानों पर दबिस दी। लेकिन अबतक दोनों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। वष्ठि पुलिस अधीक्षक कहना है कि खुलासे के करीब पुलिस पहुंच चुकी है। अतिशीघ्र पूरे मामले का खुलासा हो जायेगा। तलाश में लगातार एसटीएफ व अन्य टीमे लगातार दबिस दे रहे रही है।