दूसरे दिन भी प्रशासन की सीलिंग कार्रवाई बदस्तूर जारी
सरताज खान
गाजियाबाद / लोनी एनजीटी के बंदी के सख्त आदेश के बावजूद चल रहीं डाइंग फैक्ट्रियों और उनके द्वारा छोड़े गए प्रदूषित पानी को लेकर गुरुवार को अधिकारियों ने अप्रैल पार्क पहुंचकर सीलिंग शुरू कर दी। शाम पांच बजे तक दस फैक्ट्रियां सील कर दी गई थीं।
गौरतलब है कि बुधवार को सीलिंग शुरू होते ही डाइंग फैक्ट्री के संचालकों ने गुरुवार सुबह 9 बजे तक का समय मांगा था। यह अलग बात है कि उन्होंने फैक्ट्रियां चालू रखीं। नतीजतन गुरुवार सुबह अप्रैल पार्क की डाइंग फैक्ट्रियों से निकले दूषित पानी ने अगरौला गांव समेत आस-पास के मोहल्लों को डुबो दिया।विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम के साथ एसडीएम लोनी सतेंद्र कुमार सिंह दोपहर करीब 2 बजे मौके पर पहुंच गए और सीलिंग की कार्रवाई शुरू कराई। एसडीएम के निर्देश पर न्यायिक तहसीलदार उषा सिंह, प्रदूषण विभाग, बिजली विभाग, यूपीएसआईडीसी व स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 फैक्ट्रियां सील कर दीं।
सील फैक्ट्रियों में तिवारी फेबरेशन, नेशनल इंट्रस्टीज, बीके प्रोसेस, रोवेस्ट इन्फ्रोटेक प्राईवेट लिमिटेड, नंदी इटंरप्राइजेज, स्पेक्ट्रम डाई स्टूडियो, सुप्रीम इंटस्ट्रीज, एमएस ट्रेडिंग, आरआर इंपेक्स व लक्ष्मी प्रोसेर्स आदि शामिल हैं। इन सभी फैक्ट्रियों के बिजली कनेक्शन भी काट दिए गए। न्यायिक तहसीलदार उषा सिंह के मुताबिक एनजीटी के आदेश के अनुपालन के तहत कार्रवाई की जा रही है। सीलिंग की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।एक फैक्ट्री के कर्मचारी ने पहचान न बताने की शर्त पर बताया कि सभी फैक्ट्रियां चल रही हैं। सबसे ज्यादा कमल मोगा फैक्ट्री चल रही है। यह बड़ा प्लांट है, जो रात दिन चलता है। सबसे ज्यादा पानी इसी फैक्ट्री से बहाया जा रहा है।