पेंशन की लालच में मा की लाश को घर मे रखे रहने वाला बेटा गिरफ्तार
अनुपम राज
वाराणसी। आवास विकास कॉलोनी में पेंशन के लिए अपनी 70 वर्षीया मां की लाश छुपाकर घर में रखने के मामले में गुरुवार को पुलिस ने मृतका अमरावती देवी के बड़े बेटे रवि प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी लंका स्थित सेंट्रल बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक मुहम्मद दानिश की तहरीर पर धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में केस दर्ज करने के बाद की गई है। गिरफ्तार रवि प्रकाश पीएचडी होल्डर है। प्रकरण में शामिल तीन अन्य बेटों और बेटी के विरुद्ध भी जल्द पुलिस कार्यवाही कर सकती है। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर घर वालों को अमरावती देवी की लाश सौंपी गई। देर शाम मृतका का अंतिम संस्कार हरिश्चंद्र घाट पर किया गया। मुखाग्नि सबसे छोटे बेटे गिरी प्रकाश ने दी।
क्या है मामला
दुर्गाकुंड (भेलूपुर) के आवास विकास कॉलोनी निवासी दयाशंकर कस्टम विभाग में सुपरिटेंडेंट थे। उनकी मौत के बाद उनकी पत्नी अमरावती देवी को पेंशन मिलती थी। पड़ोसियों के मुताबिक अमरावती देवी की मौत 14 जनवरी 2018 हो गई थी। बेटों ने पेंशन के रुपयों की लालच में उनका अंतिम संस्कार नहीं किया था। पड़ोसियों की सूचना पर बुधवार को पहुंची पुलिस ने अमरावती देवी की लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
केमिकल लगाकर लाश को रखा था
केमिकल लगाकर लाश को घर में ही बेटे रखे हुए थे। अमरावती देवी के बारे में पड़ोसियों के पूछने पर जवाब मिलता था कि वह बीमारी के कारण घर से बाहर नहीं निकल पा रही हैं। अमरावती देवी के घर से अक्सर दुर्गंध आती थी। घटना की सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस खुद हैरान हो गई थी।
₹13 हजार मिलती थी पेंशन
अमरावती देवी को ₹13 हजार पेंशन के एवज में मिलते थे। अमरावती देवी को पांच बेटे व एक बेटी है। जिनमें से एक बेटा अलग रहता है। अविवाहित होने के नाते अमरावती देवी की बेटी भी भाइयों के साथ रहती है। पुलिस का कहना है कि पेंशन लेने के लिए अमरावती देवी के अंगूठे के निशान का इस्तेमाल उनके बेटे कर रहे थे। गिरफ्तार रवि प्रकाश थाने में दहाड़ मार कर रोते हुए बोल रहा था कि काश उसने अपने छोटे भाई ज्योति प्रकाश की बात मान ली होती तो उसे आज यह दिन नहीं देखना पड़ता।