गलियों में सीवर बिछा, कनेक्शन किसी का नहीं
इलाहाबाद। कुम्भ मेला के मद्देनजर केन्द्र व राज्य सरकार ने स्वच्छता अभियान के तहत शहर के कई इलाकों में केवल सीवर पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू हुआ, लेकिन उसमें किसी का कनेक्शन नहीं किया गया। जिससे कार्य गंगा प्रदूषण इकाई द्वारा किये जा रहे कार्य हाथी के दांत साबित हो रहे हैं।
जिलाधिकारी सुहास एल.वाई ने तीन मई को हुई एक बैठक के दौरान गंगा प्रदूषण इकाई को निर्देशित किया था कि प्रतिदिन 300 कनेक्शन करना है। एक माह से ज्यादा होने को आए लेकिन कनेक्शन करने वालों का कोई पता नहीं। जबकि गली मुहल्लों में जिसका मकान है, सभी के जल कर में सीवर का चार्ज ले लिया जाता है। इस प्रकार उपभोक्ताओं का सीवर के नाम पर दोहन भी किया जा रहा है और स्वच्छता को ठेंगा दिखाया जा रहा है। जहां जहां सीवर लाइन बिछ गयी है वहां पर कनेक्शन देने का भी काम इन्हीं कंपनियों का है। सबसे बड़ी हास्यास्पद बात यह है कि जल निगम व नगर निगम को यह नहीं मालूम कि किन किन इलाकों में सीवर की पाइपलाइन बिछायी गयी है और कनेक्शन दिया गया कि नहीं। विडम्बना यह कि अब गलियों के निर्माण के लिए नगर निगम ने टेण्डर डालकर अपना काम पूरा किया और ठेकेदार जब गलियों में जाते हैं तो उनका यही कहना है कि आज बना देंगे और कल खोदकर सीवर कनेक्शन किया जायेगा तो सड़क बर्बाद हो जायेगी। इसलिए पहले सीवर कनेक्शन हो तब सड़क बनायी जाय तो ठीक होगा।