पोषाहार में भ्रष्टाचार की शिकायत पर दर्ज होगी एफआईआर: जिलाधिकारी
पन्द्रह आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की सेवा समाप्त तथा बीस को कारण बताओ नोटिस
आफ़ताब फारुकी
इलाहाबाद। बाल विकास एवं पोषाहार की बैठक में जिलाधिकारी को बताया गया कि 124 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों-सहायिकाओं के मानदेय में कटौती करने के लिए आदेशित किया है और 15 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की सेवा समाप्त की गयी है तथा 20 आंगवाड़ी कार्यकत्रियों को अन्तिम सुनवाई के लिए अवसर प्रदान किया गया है।
जिलाधिकारी सुहास एल.वाई ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि सरकार द्वारा जो भी योजनाएं चलायी जा रही है, उनका लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। इससे पूर्व भी 37 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की सेवाएं समाप्त किये जाने के साथ 474 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को कारण बताओ नोटिस जारी की गई थी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया गया कि नए आए पोषाहार का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए उसे जनता में ग्राह्य बनाया जाये व पोषाहार की गुणवत्ता हेतु स्वयं भी पोषाहार की जांच कराने का कार्यवाही की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि कोई आंगनवाड़ी कार्यकत्री पोषाहार का दुरूपयोग करते हुए पाई जाये तो उसकी सेवा समाप्त कराने के साथ ही प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने की कार्यवाही की जाये। जो सीडीपीओ इस कार्य को ठीक ढंग से न करे उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही की जायेगी।जिलाधिकारी ने स्वच्छता अभियान के तहत डीपीओ मनोज राव से कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकत्री सेक्रेटरी से मिलकर प्रत्येक गांव में जाकर लोगों को प्रेरित करे और शौचालय की सूची भी तैयार करे। उन्होंने कहा कि पोषाहार के माध्यम से जो भी सामान आप लोग वितरित करते है उसका रैनडम सैम्पल लेकर आइये, उसके गुणवत्ता की जांच की जायेंगी। जिलाधिकारी ने डीपीओ को निर्देशित किया कि जो कर्मचारी तीन साल से एक ही जगह पर जमे हुए है उनकी सूची बनाकर उनसे तीन विकल्प लेकर उनका स्थानान्तरण सुनिश्चित किया जाये। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज राव एवं जनपद के सभी सीडीओ, सुपरवाइजर मौजूद थे।