पीसीएस मुख्य परीक्षा रद्द, समिति करेगी जांच

आफताब फारुकी

इलाहाबाद। आयोग के पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा के दूसरे दिन यानि मंगलवार को प्रथम सत्र में सामान्य हिन्दी की जगह द्वितीय सत्र के निबन्ध का पेपर बांटे जाने पर अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की। जिसे लेकर दोनोें पालियों की परीक्षाएं रद्द कर दी गयी और इसकी जांच के लिए तीन सदस्यों की एक कमेटी गठित कर दी गई।

गौरतलब है कि सोमवार से आयोग के पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा शुरू हुई, जिसमें सामान्य अध्ययन के पेपर के दौरान ही एक परीक्षार्थी कॉपी लेकर भागने में सफल रहा। आयोग ने इसे गंभीरता से लेते हुए उसके नाम सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। वहीं मंगलवार को पहले सत्र की चल रही परीक्षा के दौरान जीआईसी में सामान्य हिंदी की जगह निबंध का प्रश्न पत्र बांट दिया गया। जिसको लेकर छात्र भारी संख्या में सड़क पर उतर कर आंदोलन करने लगे। अभ्यर्थियों ने सामान्य हिंदी और निबंध के प्रश्न पत्र को निरस्त करने की मांग को लेकर अध्यक्ष के आवास पर भी घेराव किया और आयोग पर भी जाकर नारेबाजी की।

जिससे आयोग पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गईं। अंततः आयोग के सचिव ने दोनों पालियों की परीक्षा निरस्त कर दी और कहा है कि अब इस परीक्षा की तिथि बाद में घोषित की जायेगी। अवनीश पाण्डेय, मीडिया प्रभारी प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति ने कहा कि अध्यक्ष अनिरुद्ध यादव के रहते कोई भी परीक्षा न हो और उन पर एफआईआर दर्ज हो। जो कि आयोग की अनुशासन हीनता व लापरवाही के कारण छात्रों को सजा भुगतना पड़ रहा है। आगामी कई परीक्षाओं के मद्देनजर प्रतियोगियों ने परीक्षा टलवाने की भी मांग आयोग से की थी, लेकिन आयोग ने नहीं माना। पूर्व अध्यक्ष अनिल यादव की मानसिकता के अनिरुद्ध यादव को भी जेल होनी चाहिए, नहीं तो ऐसे ही आयोग की छीछालेदर होती रहेगी और प्रतियोगी आंदोलन के लिए मजबूर होते रहेंगें।

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