अनूठी पहल: सेरेब्रल पालसी से प्रभावित बच्चों ने किया योगा
आफ़ताब फारुकी
इलाहाबाद। त्रिशला फाउण्डेशन के बैनरतले चतुर्थ अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर सेरेब्रल पालसी से प्रभावित बच्चों एवं उनके अभिभावकों को कर्नलगंज इण्टर काॅलेज में स्वामी परमानन्द प्राकृतिक चिकित्सालय एवं योग अनुसंधान केन्द्र दिल्ली के पूर्व मुख्य सलाहकार योगाचार्य डा. टी.एन पाण्डेय ने योगाभ्यास करवाया।
इस अवसर पर डा. पाण्डेय ने योग के बारे में बताया कि शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के उच्च स्तर को बनाये रखने के लिए योग करना अति आवश्यक है। इससे प्रत्येक व्यक्ति को मानसिक बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है और विभिन्न बीमारियों की तीव्रता कम करने के साथ साथ उनसे बचा भी जा सकता है। फाउण्डेशन की सचिव डा.वारिदमाला जैन ने बताया कि योग भारत की प्राचीन परम्परा का एक अमूल्य उपहार है। यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है जो मनुष्य व प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करती है। सेरेब्रल पालसी से प्रभावित बच्चों एवं उनके अभिभावकों को योगाभ्यास की पूरे जीवन जरूरत होती है। डा. जितेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि सेरेब्रल पालसी से प्रभावित बच्चों में भी योग के विभिन्न आसनों का बहुत बड़ा योगदान है, जिसके माध्यम से अनियंत्रित शारीरिक प्रक्रियाओं को कम करके उनको दैनिक क्रिया कलापों में पारंगत व चलने फिरने लायक बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब इन योगाभ्यासों के माध्यम से लाइलाज मानी जाने वाली समस्या को नियंत्रित करने में अभूतपूर्व सफलता मिली है, जो कि पूरे विश्व में त्रिशला फाउण्डेशन द्वारा किये जा रहे प्रयासों की एक अनूठी पहल है। योगाभ्यास करने से सेरेब्रल पालसी पीड़ित बच्चों में मानसिक व शारीरिक विकास के अलावा बहुत जल्द सुधार आ सकता है। अंत में कहा कि यदि योग के विभिन्न आसनों का इन बच्चों में इस्तेमाल सही ढंग से किया जाय तो देश के बहुत सारे बच्चों को एक अच्छा परिणाम मिल सकता है।