फिर लाल हुई इलाहाबाद की ज़मीन एक अधिवक्ता के लहू से
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : शहर की ज़मीन आज एक बार फिर एक अधिवक्ता के लहू से लाल हो गई. मात्र दो माह में तीन अधिवक्ताओ की हत्या के बाद अब शहर में अधिवक्ता समाज में कही न कही खौफ का माहोल बन गया है. दो माह पहले भी यहां पर एक अधिवक्ता की उस समय हत्या की गई, जब वह न्यायालय जाने को अपने घर से निकले थे।
इलाहाबाद में आज एक और वकील लाल वचन सोनी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। यहां के नवाबगंज थाना क्षेत्र के खेरा गांव में अधिवक्ता लालवचन की गोली मार कर हत्या कर दी गई। आज सुबह वह सोरांव तहसील जा रहे थे। तभी बाइक सवार हमलावरों ने गर्दन में गोली मार दी। वकील की मौत से अधिवक्ताओं ने सोरांव तहसील में हंगामा शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। इस हत्याकांड में भी इनके बीच आपसी विवाद की बात सामने आ रही है। घटना उस वक्त हुई जब वकील घर से कचहरी जा रहे थे। वकील लाल बचन सोनी अपने घर नवाब गंज से बाईक से इलाहबाद कचहरी जा रहे थे। जैसे ही कौड़िहाहर हाई वे पहुंचे उसी वक्त घात लगाए बदमशों ने फायरिंग कर दी। एक गोली वकील लाल बचन के सीने में लगी। लोगो ने पुलिस को सुचना दी घायल वकील को तुरंत ही ऐम्बुलेंस से हॉस्पिटल पहुंचाया गया लेकिन हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गयी। वकीलों का गुस्सा देख हॉस्पिटल में आईजी व एसएसपी ने लोगो को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन वकील मृतक के परिजनों को 50 लाख मुआवज़ा देने की मांग पर अड़े रहे। डीएम ने 20 लाख मुवावज़ा दिलाने का आश्वासन दिया तब वकील मृतक का पोस्टमार्टम कराने को राज़ी हुए। पुलिस का कहना है की मृतक वकील का कई मामलो में ज़मीनी विवाद चल रहा था इसी ऐंगल पर हत्या के आरोपियों की तलाश की जा रही है।
इलाहबाद में दो महीने के अंदर राम बचन तीसरे वकील है जिनकी सड़क पर हत्या कर दी गयी। इससे पहले शहर के भीड़ वाले इलाके कटरा में राजेश श्रीवास्तव को अज्ञात बदमाशों ने चलती बाईक से गोली मार कर हत्या की थी। होलागढ़ में बदमाशों ने इसी तरह पुलिया से गुज़रते वक्त बाईक सवार एक वकील को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया था। तीन वकीलों की दिन दहाड़े हत्या से वकीलों में काफी आक्रोश है। यही वजह रही की वकीलों ने डीएम- एसएसपी को भीड़ में ही जमकर खरी खोटी सुनायी। पुलिस अफसरों ने वकीलों को 24 घंटे के अंदर आरोपियों की ग्रिफ्तारी करने का भरोसा दिलाया। इससे पहले कचहरी के वकील राजेश श्रीवास्तव और मेजा के वकील की हत्या पर शहर में जमकर बवाल हुआ था।