धोखाधड़ी से 10 लाख रूपया कर दिया गया गायब
यशपाल सिंह
(आजमगढ़) : स्थानीय थाना क्षेत्र स्थित बैंक से मृतक के खाते से 10 लाख निकाल लेने के मामले में पुलिस कार्रवाई की बजाय एक पक्ष पर दबाव बनाकर समझौता कराने का प्रयास में जुटी है। पुलिस की यह कार्रवाई क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है। बताया जा रहा है कि क्षेत्र के जाफरपुर गांव निवासी उमेश चौहान सऊदी अरब में रहकर मजदूरी करता था। मेहनत की कमाई मेंहनगर स्थित एसबीआइ के खाते में जमा करता गया। दो माह पूर्व गंभीर बीमारी से उसकी मौत हो गई। रुपये के लेनेदेन को लेकर मृतक के घर में विवाद हो गया। विवाद का लाभ उठाते हुए गांव के ही एक व्यक्ति ने मृतक के खाते से चेक बनवाकर दस लाख 14 हजार रुपये अपने खाते में आहरण करा लिया।
मृतक के भाई को जब इस घटना की जानकारी हुई तो थाने में लिखित तहरीर दी। पुलिस ने उक्त आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया लेकिन पुलिस मामले को दबाने के लिए पीड़ित पर दबाव बनाकर मामले को रफा-दफा कराना चाहती है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले में शाखा प्रबंधक रामनिहोर राम ने बताया कि इतने संगीन मामले को पुलिस समझौता कराकर दबाने का प्रयास कर रही है। धोखाधड़ी में पैसा लौटने पर अपराध समाप्त नहीं हो जाता बल्कि साबित होता है। इस मामले को उच्चाधिकारियों से अवगत करा दिया गया है। बैंक द्वारा आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई की जाएगी।