ग्राम चितलहवा में आयोजित हुआ एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम
सुदेश कुमार
बहराइच 22 जून। नीति आयोग द्वारा चयनित आकाक्षांत्मक जनपद में कृषि कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत कृषकों के कृषि आय को दोगुना करने के उद्देश्य से वृहस्पतिवार को ब्लाक मिहींपुरवा के ग्राम-चितलहवा में उद्यान विभाग द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र के सहयोग से आयोजित 100 कृषकों के एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का भारत सरकार द्वारा नामित नोडल अधिकारी मुख्य अतिथि डा. अश्वनी कुमार सिंह ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डा. सिंह ने कहा कि भारत सरकार द्वारा चिन्हित प्रदेश के 08 आकांक्षात्मक जनपद में बहराइच का नाम भी शामिल है। उन्होंने लोगों से अपील की कि आयोजन के दौरान कृषि व उसके अन्य सहयोगी विभागों यथा उद्यान, गन्ना, पशुपालन, रेशम कीट पालन, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन आदि की नवीनतम् तकनीक की जो जानकारी प्राप्त हुई है उसका सभी किसान भरपूर लाभ उठायें। उन्होंने कहा कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों की आय में इज़ाफा हो और उन्हें आत्मस्वावलम्बी बनाया जाय। उन्होंने बताया कि ग्राम के 02-02 प्रगतिशील चयनित कृषकों का मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन व पोषक वाटिका पर कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच पर प्रशिक्षण आयोजित किया जायेगा।
कार्यक्रम के दौरान योजना प्रभारी आर.के. वर्मा ने उद्यान विभाग द्वारा संचालित औद्यानिक विकास योजनाओं की विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि उद्यान विभाग, बहराइच द्वारा कृषकों के कल्याणार्थ राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत फल, फूल, शाकभाजी/मसाला और संरक्षित खेती के कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। भारत/उत्तर प्रदेश सरकार की बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत लघु सीमान्त किसानों को 90 प्रतिशत एवं अन्य किसानो को 80 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। जनपद के महसी विकासखण्ड में भी परवल एवं कुन्दरू की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है। परन्तु विगत कुछ वर्षों में नेमैटोड (सूत्रकृमि) के प्रकोप से फसल काफी प्रभावित हो रही है। जिसके नियंत्रण की पूर्ण जानकारी किसानो को दी गयी। कृषक भाई सरकार की कृषक पारदर्शी महत्वाकांक्षी योजना में अधिक से अधिक पंजीकरण कराकर अधिक से अधिक लाभ उठायें।
डा. ओ.पी. वर्मा, समन्वयक/वरिष्ठ वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच ने उपस्थित कृषकों को बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच द्वारा कृषकों को मिनी किट एवं प्रदर्शन आदि के कार्यक्रम कराये जायेंगे, तथा किसानों को घर बैठे खेती की नवीनतम् तकनीक की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच हमेशा तत्पर रहेगा। कृषि रक्षा अधिकारी आर.डी. वर्मा द्वारा फसलों में लगने वाली विभिन्न कीट-व्याधियों के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गयी। श्री वर्मा ने बताया कि कृषि विभाग की तमाम कल्याणकारी योजनाओं का संचालन इस गाॅव में कराया जायेगा तथा सभी खेतों की मिट्टी का शत्-प्रतिशत् मृदा परीक्षण कराया जायेगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच के इं. राजीव कुमार ने मौजूद किसानों को मशीनीकरण, कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. शेर सिंह ने मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, प्रगतिशील कृषक शक्तिनाथ सिंह ने किसानों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि आय में बढ़ोत्तरी के लिए बेहतर है कि किसान कृषि फसलों के साथ-साथ औद्यानिक फसलों को भी अपनायें। उन्होंने आय बढ़ोत्तरी के लिए कृषि में विविधीकरण को भी बेहतर विकल्प बताया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में आने वाले सभी 100 कृषकों को उद्यान विभाग, बहराइच द्वारा पाॅच-पाॅच फलदार पौधों, प्रशिक्षण किट व कृषि विभाग द्वारा मिनीकिट्स आदि का वितरण मुख्य अतिथि व अन्य अधिकारियों द्वारा किया गया।