दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सुरक्षात्मक साईन बोर्ड स्थापित न करने पर होगी कार्रवाई: डीएम जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
सुदेश कुमार
बहराइच 21 जून। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने जिले के 06 दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में राष्ट्रीय राजमार्ग व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सुरक्षात्मक साईन बोर्ड स्थापित न किये जाने पर कड़ी अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि तत्काल साईन बांेर्ड की स्थापना की फोटो सहित आख्या सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
उल्लेखनीय है कि जिला सड़क सुरक्षा समिति की पिछली बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया था कि जनपद के सभी (ब्लैक स्पाट्स) अंधे मोड़ों अथवा अतिदुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में रेफलेक्टिव इन्डिकेटर बोर्ड स्थापित कराये जायें तथा उस स्थान के आस-पास स्थित थानों व अस्पतालों का सम्पूर्ण विवरण जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों के मोबाइल नम्बर, स्थान, दूरी इत्यादि का भी उल्लेख किया जाय, ताकि किसी दुर्घटना के समय लोगों को बिना समय गवाये मदद मिल सके।
गत बैठक में लिये गये निर्णयों के अनुपालन आख्या पर चर्चा के दौरान एआरटीओ प्रवर्तन अशोक कुमार ने बताया कि जनपद में घाघराघाट, मरौचा, अलियाबुलबुल, कैसरगंज कस्बा, टिकोरा मोड़, खुटेहना, बेरिया, बनकटा, उधरना सरहदी व गिरगिट्टी को ब्लैक स्पाट्स के रूप में चिन्हित किया गया है। श्री कुमार ने बताया कि जनपद के लिए चिन्हित 10 ब्लैक स्पाट्स में 04 स्थल लोक निर्माण विभाग जबकि 06 स्थान राष्ट्रीय राजमार्ग व राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण के अधीन आते हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा सभी 04 स्थानों पर सुरक्षात्मक साईन बोर्ड स्थापित करा दिये गये हैं।
दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों की सुधारात्मक एवं सुरक्षात्मक कार्यवाही पर चर्चा के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि आयुक्त की ओर से निर्देश प्राप्त हुए हैं कि ऐसे स्थानों के आस-पास एम्बुलेन्स की उपलब्धता को सुनिश्चित कराया जाय ताकि दुर्घटना में घायल किसी व्यक्ति को बिना समय गॅवाये चिकित्सीय मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि किसी घायल व्यक्ति को मदद मिलने में समय का थोड़ा सा अन्तर जीवन और मृत्यु में अन्तर पैदा कर सकता है। पुलिस अधीक्षक सभाराज ने सम्बन्धित अधिकारियों को सुझाव दिया कि जिले में यदि और भी ऐसे स्थान हों तो उन्हें भी ब्लैक स्पाट्स की सूची में शामिल करें।
जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी जन-जन तक पहुॅचाये जाने के उद्देश्य से वाल राईटिंग, हैण्डबिल्स, होर्डिंग्स व बैनर इत्यादि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करायें साथ ही सम्पूर्ण समाधान दिवस, चैपालों, शिविरों इत्यादि के अवसर पर भी सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों की जानकारी उपलब्ध करायी जाय तथा स्कूली छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों एवं संकेतों के बारे में भी जागरूक किया जाय। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से भी अपेक्षा की कि थानों में सड़क सुरक्षा तथा यातायात नियमों से सम्बन्धित सूचना पटल लगवाये जायें।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि दुर्घटना में घायल एवं मृतक व्यक्तियों को सोलेशियम स्कीम 1989 के अन्तर्गत अधिक से अधिक सहायता उपलब्ध कराये जाने के लिए इस योजना का भी व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराया जाय। उन्होंने राज्य सड़क परिवहन निगम डिपो के वाहन चालकों की वर्कशाप आयोजित कराये जाने का भी निर्देश दिया। सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक उ.प्र.रा.स.परि.नि. डिपो बहराइच की अनुपस्थिति का कड़ा संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने वेतन बाधित किये जाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि स्कूल वाहनों का मानक के अनुसार संचालन सुनिश्चित कराये जाने के लिए ठोस कार्यवाही की जाय तथा ऐसे स्कूल जो नियमों की अनदेखी करें उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही भी की जाय। उन्होंने स्कूल वाहनों के चालकों का स्वास्थ्य एवं ड्राइविंग प्रशिक्षण भी कराये जाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी पुलिस एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि अवैध रूप से संचालित वाहनों की सघन चेकिंग कर उनके विरूद्ध कठोर प्रवर्तन कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर सिद्धार्थ तोमर, अधि.अभि. लो.नि.वि. राजीव कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस.के. तिवारी, एआटीओ प्रशासन वीरेन्द्र सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।