ओडीएफ में सहयोग करने वाले अधिकारी कर्मचारी होंगे सम्मानित: जिलाधिकारी
सुदेश कुमार
बहराइच 23 जून। जनपद स्वच्छता समिति बहराइच के तत्वावधान में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अन्तर्गत जनपद को खुले में शौच प्रथा से मुक्त (ओडीएफ) करने के लिए यूनीसेफ के सहयोग से राजकीय बालिका इण्टर कालेज परसिर में 23 से 27 जून 2018 तक आयोजित ‘‘समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता’’ (सी.एल.टी.एस.) विधा का पाॅच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारम्भ जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
इस अवसर मौजूद प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि लोगों तक इस बात की जानकारी पहुॅचाना नितान्त आवश्यक है कि परिवार के सम्मान एवं स्वास्थ्य के लिए घर में शौचालय का होना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि आम जनमानस में स्वच्छता के लिए जागरूकता लाये बिना स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह हम सब की जिम्मेदारी है कि लोगों को स्वच्छता से होने वाले लाभों के बारे में बतायें। उन्होंने कहा कि विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहाॅ पर लोग कम पढ़े लिखे हैं, हमें उन्हें यह बात समझानी होगी कि परिवार के सम्मान के लिए प्रत्येक घर में शौचालय का होना ज़रूरी है।
जिलाधिकारी ने सभी प्रतिभागियों का आहवान्ह किया कि पाॅच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आप लोग भरपूर लाभ उठायें। कार्यशाला के दौरान आप को जो भी जानकारी विषय विशेषज्ञों की ओर से प्राप्त हो उसे आप गाॅव में जाकर धरातल पर कार्यान्वित करें। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के स्वच्छ देश व प्रदेश के सपने को साकार करने की जिम्मेदारी हमारे काॅधों पर है। उन्होंने कहा कि अभियान से जुड़े सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का यह उत्तरदायित्व है कि हम सभी लोग एक टीम की भावना के साथ कार्य कर जनपद को 02 अक्टूबर 2018 तक खुले में शौच की प्रथा से मुक्त कर जनपद का सम्मान दिलायें।
जिलाधिकारी ने बैठक में मौजूद सफाई कर्मियों को (सी.एल.टी.एस.) की महत्ता की जानकारी देते हुए कहा कि गाॅव में लौट कर स्वच्छता दूत की भूमिका का निर्वहन करें। लोगों को इस बात के लिए प्रेरित करें कि वह स्वयं से अपने संसाधनों से शौचालय का निर्माण कराने के लिए प्रेरित हों। उन्होंने बताया कि 02 अक्टूबर 2018 तक जिले को ओडीएफ बनाने में सहयोग/सराहनीय कार्य करने वाले कर्मचारियों/अधिकारियों को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जायेगा।
जनपद को 02 अक्टूबर 2018 तक ओडीएफ जनपद का सम्मान दिलाये जाने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही पाॅच दिवसीय कार्यशाला में जिले के समस्त विकास खण्डों के 10-10 महिला-पुरूष सफाई कर्मियों को आमंत्रित किया गया है। कार्यशाला के दौरान यूनिसेफ के मुख्य प्रशिक्षक कमलेश पाण्डेय, सहयोगी प्रशिक्षक के रूप में महिला समाख्या की रजनी एवं सुनीता ने प्रतिभागियों को कार्यशाला के उद्देश्यों तथा स्वच्छता से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की।
जिला पंचायत राज अधिकारी के.बी. वर्मा ने बताया कि 05 दिवसीय कार्यशाला में प्रथम 03 दिवस कार्यशाला प्रशिक्षण तथा 02 दिन ग्रामों में स्थलीय भ्रमण के साथ ट्रिगरिंग एवं फालोअप, निगरानी समिति का गठन कर जनजागरूकता का कार्य सम्पादित किया जायेगा।
कार्यशाला के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला स्वच्छ भारत प्रेरक विवेक अवस्थी, जिला परियोजना समन्वयक (एस.बी.एम.जी.) अभिषेक आनन्द सिंह एवं पंकज शर्मा, जिला तकनीकी सलाहकार शरजील खान मौजूद रहे।