नगर पालिका लेखकार, एसआई, अवर अभियंता का हुआ गैर जनपद तबादला
अंजनी राय
बलिया(ब्यूरो)- देर है पर अंधेर नही है वाली कहावत नगर पालिका परिषद बलिया में हुए स्थानांतरण के ऊपर सटीक बैठ रही है । पिछले 16 दिसंबर 2017 से आनन्द नगर बलिया निवासी मधुसूदन सिंह नगर पालिका बलिया में कुंडली मारकर बैठे केंद्रीयकृत अधिकारियों के जमे रहने, दशकों से एक ही पटल देखने वाले बाबुओ के पटल परिवर्तन, संपत्ति व कर में हुए घोटाले और जलकल में हुए घोटाले की विजिलेंस जांच की मांग आईजीआरएस के माध्यम से कर रहे थे । अधिशासी अधिकारी बलिया द्वारा गलत रिपोर्ट भेजकर पटल बदले जाने की सूचना शासन को भेजी गयी है ।
जिसकी असलियत अधिशाषी अधिकारी के हस्ताक्षरयुक्त आदेश से श्री सिंह द्वारा शासन को बता दी गयी है जिसकी जांच जिलाधिकारी बलिया के पास आईजीआरएस के माध्यम से 31 मई2018 को पहुंच गयी है । अगली कार्यवाही की जद में ईओ बलिया का आना तय है। 1 जून 2018 को घोषित स्थानांतरण सूची में बलिया में अपनी सेवा के शुरुआत से ही आजतक जमे हुए लेखाकार अशोक वर्मा का स्थानांतरण नगर पालिका परिषद बस्ती के लेखाकार पद पर हुआ है वही बस्ती के लेखाकार अचिन्त्य का स्थानांतरण बलिया के लिये हुआ है । सूत्रों की माने तो अपनी सर्विस के मात्र डेढ़ वर्ष शेष रहने के आधार पर रुकवाने के लिये अशोक कुमार प्रयासरत है।
अपने निर्धारित कार्यकाल से अधिक होने के कारण अवर अभियंता सिविल झिल्लु राम का स्थानांतरण नगर पालिका परिषद बिसवां सीतापुर के लिये हो गया है । वही अवनीश कुमार भारती इनकी जगह पर नगर निगम गोरखपुर से आ रहे है । लगभग 10 वर्षो से अपने राजनैतिक टिगडम से जमे खाद्य एवम सफाई के दोनों निरीक्षकों शत्रुंजय कुमार और गोविन्द कुमार वाजपेयी का स्थानांतरण नगर निगम वाराणसी के लिये हो गया है । जबकि अक्षय कुमार नगर पालिका परिषद पडरौना से खाद्य एवम सफाई निरीक्षक बलिया के पद पर आ रहे है । इस स्थानांतरण पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मधुसूदन सिंह ने कहा कि मुझे विश्वास था कि सीएम योगी जी की सरकार में देर से ही सही न्याय जरूर मिलेगा । कहा कि अभी आधी लड़ाई में जीत मिली है , अभी तो दशकों से एक ही पटल पर कुंडली मारकर बैठे बाबुओ का पटल परिवर्तन, संपत्ति और कर में हुए घोटाले तथा जलकल में हुए फर्जी भुगतान की विजिलेंस जांच की मांग अभी पूरी होनी बाकी है ।
कहा कि ईओ बलिया द्वारा शासन को 17 जनवरी 2018 के आदेश पर पटल बदलने की जो सूची शासन को भेजी थी उसको झूठा साबित ईओ बलिया के हस्ताक्षर से ही 19 जनवरी 2018 को प्रभारी अधिकारी नगर निकाय बलिया को भेजे गये पत्र से कर दिया गया है । इस पत्र के आधार पर अशोक वर्मा 1993 से, प्रमोद चौरसिया 1993 से एक ही पटल पर काबिज है अन्य लोगो के विषय मे भी पूरी जानकारी है। इसकी शिकायत मेरे द्वारा प्रमुख सचिव नगर विकास से की गयी है जिसकी जांच जिलाधिकारी बलिया के पास 31 मई 2018 को आईजीआरएस के माध्यम से पहुंच गयी है। आज इस स्थानांतरण से नगर पालिका परिषद बलिया में हड़कम्प मचा हुआ है।