अलविदा के नमाज़ में मांगी गई मुल्क में मिल्लत की दुआ, नही किया किसी नेता ने इफ्तार की दावत, बना चर्चा का विषय
उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड (बलिया)। नगर में जामा मस्जिद से मौलाना कारी महमूद ने अलविदा की नमाज के बाद अल्लाह से हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख व ईसाई की आपसी मिल्लत व एकता के साथ क्षेत्र में अमनचैन कायम रहने के लिए दुआ मांगी। तत्पश्चात अपने व अपने परिवार, दोस्तों के लिए दिनों दिन तरक्की में इजाफा के लिए भी मिन्नते की। हांलाकि यहां मुस्लिम बन्धुओ ने चल रहे रमजान माह के दौरान गुरुवार को चांद का दीदार न हो पाने के कारण स्थानीय नगर के जामा मस्जिद सहित क्षेत्र के विभिन्न मस्जिदों में शुक्रवार को दूसरी बार अलविदा की नमाज अदा की। सुरक्षा ब्यवस्था में पुलिस चौकी प्रभारी द्वारिका प्रसाद चौधरी के साथ पुलिस व पीएसी बल मौजूद रहा। पुलिस की कड़ी निगरानी के बीच अल्विदा की नमाज सकुशल सम्पन्न हो गयी।
इस मौके पर क्षेत्र के पूर्व सपा विधायक गोरख पासवान अपने समर्थको संग जामा मस्जिद के मुख्य द्वार पर सभी नमाजी बन्धुओं से गले मिलकर आपसी मिल्लत का इजहार किया। उनके साथ रुद्रप्रताप यादव, रवि जायसवाल, राजू सिंह, अंगद यादव, पतिराम यादव, रामलखन पासवान, रामसरन चौहान, भोलू भाई आदि शामिल रहे।
किसी राजनेता ने नहीं दिया रोजा इफ्तार की दावत, चर्चा का विषय
बलिया : बिल्थरा रोड इस बार रमजान माह में राजनैतिक दल के नेताओं द्वारा मुस्लिम बन्धुओं को रोजा इफ्तार की दावत नही दी गयी। जो आम जनमानस में चर्चा का विषय बना हुआ है। जबकि मुस्लिम बन्धुओं में इमिलिया में शोएब अहमद उर्फ सिब्बू भाई, फरसाटार में अन्नू भाई, अफजाल भाई, बांसपार बहोरवां में एडवोकेट राशिद कमाल पाशा, नगर के श्याम सुन्दरी बालिका इण्टर कालेज में इमरोज भाई, पिपरौली बड़ागांव में प्रबन्धक जावेद भाई सहित अनेक लोगों ने ब्यक्तिगत् रुप से रोजा ईफ्तार की दावतें दी हैं। यह भी चर्चा रही कि लगता है वोट का समय नही है अन्यथा वोट की राजनीति के लिए दावतों को दौर लग जाता