हथियारबंद गुंडों का खुला राज, कोई नहीं जा सकता खदान पर, हत्या भी हो सकती है
अवैध रेत खनन माफियाओं को नहीं किसी का डर शासन-प्रशासन भी नतमस्तक
सरताज खान
गाजियाबाद / लोनी एक तरफ जहां योगी सरकार प्रदेश में रामराज के दावे कर रही है।वही ट्रॉनिक सिटी थाना क्षेत्र में खनन माफियाओं का इस कदर बोलबाला है कि नियमो को ताक पर रखकर खनन करते है और धमकी देते है कि उनके खनन पर पुलिस की आने तक की हिम्मत नही है। गौरतलब है कि ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र के हरमपुर में अवैध बालू खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है।जिस पर कार्यवाही न होने पर प्रशासन की भूमिका भी सन्दिग्ध प्रतीत होती है। पट्टा धारक परमिशन के मानकों को दरकिनार कर खुलेआम दूसरे क्षेत्र में खनन कर रहा है तथा बड़ी बड़ी पोकलेन मशीनों द्वारा कई कई फिट गहरे गढढे करके चलती धारा से बालू निकाला जा रहा है।वही खनन पर हर समय दर्जन भर युवक हथियारों से लैस रहते है। जिससे वे कभी भी किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते है।हालांकि लगभग 2 महीने पहले तत्कालीन उपजिलाधिकारी अजय पाल शर्मा ने गांव पचायरा के खनन की तीन पोकलेन मशीनों को चलती धारा में चलते हुए सीज किया था।जिन्हें 15 लाख रुपये राजस्व वसूल कर छोडा गया था।वही नवनियुक्त उपजिलाधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह की अवैध खनन पर कार्यवाही न करते देख भूमिका सन्दिग्ध प्रतीत हो रही है।सूत्रों के अनुसार पट्टा धारक ने खनन अधिकारी से बदरपुर की जमीन पर अनुमति ली हुई है।लेकिन उसकी आड़ में हरमपुर की जमीन पर धड़ल्ले से मानकों को ताक पर रखकर अवैध खनन किया जा रहा है।जहां यमुना के बीच पोकलेन मशीनों द्वारा बालू खोदकर ओवरलोड गाड़ियों में भरते आसानी से देखा जा सकता है।खनन से करीब 500 मीटर पहले दर्जनों गुंडे हथियारों से लैस होकर बैठे रहते है। जो किसी को भी बालू खनन पर नही जाने देते और जरूरत पड़ने पर बदतमीजी करने से भी गुरेज नही करते तथा धमकी देते है कि हमारे यहां तो पुलिस भी नही आती ,तुम्हारी तो क्या औकात है। अब कोई योगी जी के प्रशासन से पूछे कि क्या गुंडों को इतनी बड़ी छूट देना उचित है कि खुलेआम सरकार को हर रोज लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान कराया जाये ,चाहे यह हथियार बन्द गुंडे किसी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दे तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।