जमुना नदी का सीना चीर कर किया जा रहा है अवैध बालू खनन,क्षेत्रीय विधायक का सरंक्षण प्राप्त है खनन माफियाओं को
सरताज खान
गाजियाबाद / लोनी थाना ट्रोनिका सिटी क्षेत्र के हरमपुर में चल रहा अवैध रूप से बालू खनन बदस्तूर जारी है। जिसमें शासन प्रशासन के साथ साथ क्षेत्रीय विधायक की भूमिका भी सन्दिग्ध प्रतीत हो रही है। बालू खनन में मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए लगभग आधा दर्जन बड़ी बड़ी पोकलेन मशीने चल रही है। जहां यमुना नदी का सीना चीरकर अवैध रूप से खनन किया जाता है।और जिनके द्वारा चलती धारा से ओवरलोड गाड़िया भरकर परमिशन के नाम पर खुलेआम धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है।मामले में एसडीएम सतेंद्र कुमार शर्मा की सन्दिग्ध भूमिका इसीलिये कही जा सकती है कि करीब 3 महीने पहले तत्कालीन एसडीएम अमित पाल शर्मा ने चलती धारा से पचायरा खदान में छापा मारकर 3 पोकलेन मशीन सीज की थी।जिन्हें करीब 15 दिन बाद 15 लाख रुपये जुर्माना वसूलकर छोड़ा गया था , तो जब इस समय हरमपुर खदान में मानकों को ताक पर रखकर चलती धारा से अवैध खनन कार्यवाही करने में कौनसा कानून आड़े आ रहा है। जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय विधायक नन्द किशोर गुर्जर अपने विधान सभा क्षेत्र की जनता को अपराध व भ्र्ष्टाचार लोनी का लगातार सपना दिखा रहे है और वैसे उन्होंने हाल ही में भ्र्ष्टाचार में लिप्त कई अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्यवाही भी करायी है। इसी बात को लेकर विधायक नन्द किशोर की प्रशासन से एक महीना तनातनी रही तथा इसी के चलते उन्होंने अपनी पुलिस सुरक्षा भी वापिस कर दी थी। जब उन पर जानलेवा हमला हुआ तो एक महीने बाद उन्होंने अपनी पुलिस सुरक्षा वापिस ली। बावजूद इसके जब लोनी विधायक क्षेत्रीय जनता की छोटी छोटी बातों को लगातार उठाते रहते है और अंजाम तक पहुचाते है ,तो खनन माफियाओं के खिलाफ प्रशासन से कार्यवाही की मांग न करना संदेहास्पद है।सूत्रों के अनुसार खनन माफिया विधायक के समाज से ताल्लुक रखते है और उनकी जान पहिचान के है।एक भाजपा कार्यकर्ता तो नाम न छापने की शर्त पर दावा भी कर रहा है कि विधायक जी के संरक्षण के कारण अवैध खनन पर कार्यवाही नही हो पाएगी। अब देखना यह होगा कि अवैध खनन पर कार्यवाही हो पाती है या नही ? लोनी विधायक का भाजपा सरकार में भ्र्ष्टाचार मुक्त का दावा फैल साबित होता है या लोनी की जनता को बिना किसी भेदभाव और पक्षपात के विधायक जी इंसाफ दिलाते रहेंगे।