त्यौहार के अवसर पर कही सौहार्द खराब करने का षड्यंत्र तो नही
सरताज खान
गाजियाबाद / लोनी में एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। यूं तो यह किन्हीं शरारती तत्वों की ही कारस्तानी लग रही है, जिसका मकसद ईद के त्योहार के मद्देनजर माहौल बिगाड़ने की कोशिश है। फिलहाल पुलिस मामले की तह तक पहुंचने में जुटी है।प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार देर रात से लापता विकास कुंज कॉलोनी इंद्रपुरी निवासी मिंटू मंगलवार की सुबह लोनी आवास विकास परिषद मंडोला विहार के पास बेहोशी की हालत में मिला।
राहगीरों ने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे और मिंटू को गोपाल नर्सिंग होम इंद्रपुरी में भर्ती कराया। वहां अब मिंटू की हालत ठीक है।मिंटू का कहना है कि सोमवार रात करीब 9:30 बजे जब वह घर लौट रहा था, तो कार सवार तीन-चार लोगों ने उससे जामा मस्जिद का रास्ता पूछा। इस पर उसने कहा कि जामा मस्जिद तो दिल्ली के दरियागंज में हैं। मिंटू के मुताबिक जैसे ही वहां से वह आगे चलने लगा, तो पीछे से एक लड़के ने रुमाल से उसे कुछ सुंघा दिया। इसके प्रभाव से वह बेहोश हो गया।मिंटू ने आगे बताया कि मंगलवार सुबह 8 बजे मंडोला के जंगलों में उसकी आंख खुली। उसका सिर घूम रहा था और ठीक से खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था। उसकी जेब से कुछ मुड़े-तुड़े कागज के टुकड़े निकले, जिन पर उत्तेजित करने वाली बातें लिखी हुई थीं। इन कागज के पुर्जों में आईएसआईएस का जिक्र किया गया था।घटनास्थल के पास काम कर रहे मजदूरों के मुताबिक मिंटू गड्ढे में बंधा हुआ बेहोशी की हालत में मिला था। उन्होंने उसे खोलकर पानी पिलाया, जिसके बाद मिंटू थोड़ा होश में आया।
इस दौरान मजदूरों ने पुलिस को फोन भी किया, लेकिन पुलिस का नंबर नहीं लगा। फिर मिंटू ने अपने भाई का नंबर दिया जिसके बाद मजदूरों ने मिंटू के भाई को फोन किया। फोन मिलने पर परिजनों के साथ भाई मौके पर पहुंचा और मिंटू को अस्पताल में भर्ती कराने के साथ पुलिस को सूचना दी। आईएसआईएस के नाम के पुर्जे और ईद के त्योहार को देखते हुए पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है। फौरी तौर पर यह किसी की शरारत ही लगती है, लेकिन पुलिस कोई चूक नहीं करना चाहती। फिलहाल मिंटू की हालत खतरे से बाहर है।