जवाहर बाग़ कांड को मुद्दा बनाने वाले आज सत्ता में है, फिर भी शहीद को न सम्मान मिला न ही न्याय – अर्चना (शहीद एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी की पत्नी)
तारिक आज़मी.
मथुरा. आज जवाहर बाग़ हत्याकांड की दूसरी बरसी पर शहीद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (नगर) मुकुल द्विवेदी की विधवा अर्चना द्विवेदी अपने परिवार के संग मथुरा पहुची और अपने शहीद पति को श्रधा सुमन अर्पित कर श्रधांजलि दिया. पुरे परिवार की आँखे शहीद मुकुल द्विवेदी की याद में नम थी. इस बहादुर को याद कर मौके पर उपस्थित सभी की आँखे नम हो गई.
मीडिया से बातचीत में शहीद की पत्नी अर्चना का दर्द छलक पड़ा। उनका कहना था कि जांच को केवल लंबा खींचा जा रहा है। उनका तो दो साल पहले सब कुछ जवाहर बाग में उजड़ गया, बावजूद आज तक उनके शहीद पति को सम्मान तक नहीं मिला और हमें न्याय भी न मिल सका। उस समय जवाहर बाग हिंसा को मुद्दा बनाने वाले अब सरकार में है, फिर भी न्याय में देरी सवाल खड़े करती है। शहीद एसपी सिटी की मां मनोरमा द्विवेदी भी सीबीआई जांच की सुस्ती पर नाराज दिखीं। अर्चना द्विवेदी ने कहा कि 10 बार ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा को फोन किए। बार-बार उनके निजी सचिव ने फोन उठाया, पर पलटकर ऊर्जामंत्री ने आज तक बात नहीं की। जवाहर बाग हिंसा के बाद इन्हीं नेताओं ने जवाहर बाग में शहीद एसपी सिटी के नाम से स्मारक, सम्मान और न्याय के दावे किए थे। पर दो साल बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस है।