नगर पंचायत के पूर्व चेयरमेन ने हर वर्ष की इस वर्ष भी मदरसा अंजूमन इसलामियां स्कूल परिसर में रोजा अफ्तार कराया
फारुख हुसैन
सिंगाही खीरी। नगर पंचायत के पूर्व चेयरमेन ने हर वर्ष की इस वर्ष भी
मदरसा अंजूमन इसलामियां स्कूल के परिसर में रोजा अफ्तार कराया। रोजा
अफ्तार में नगर पंचायत के चेयरमैन मो0 कयूम ने कहा कि रमजान का महीना
बरकतों का महीना होता है। बताया कि अल्लाह को ईमान और उसूलों से रोजा
रखने वाला बंदा बहुत ही प्यारा होता है।
जामा मस्जिद के पेश इमाम मुफ़्ती अख्तर वहीदी ने कहा कि रमजान के कुछ दिन
बचे हैं। इसलिए अल्लाह से अपने गुनाहों की माफरत करा लोए जितनी नेकी
करोगो इतना सवाब मिलेगा। अपने मां.बाप की खिदमत करोगे तो तुम्हें उसका
सुकून मिलेगा अगर तुम उनकी नफरमानों करोगे तो परेशान रहोगे। जिनके
मां.बाप इस दुनिया में नहीं है उसकी माफरत के लिए दुआ करो और अल्लाह से
उनके गुनाहों को माफ करने की दुआ करो जो बीमार है उनकी सेहत की दुआ करो।
परेशान हैं उनकी परेशानी दूर करने की दुआ करो। इस महीने जितनी दुआ दूसरों
के लिए करोगे अल्लाह उतनी सुनता है अपने बंदो की। उन्होंने कहा कि अफ्तार
के वक्त दस्तरखान पर हमारा अमल क्या होना चाहिए जो लोग अफ्तार के वक्त
दस्ताखान पर बैठ कर गुफ्तगू करते हैं और दुनियाबी बातों में मशगूल रहते
हैं। अल्लाह से दुआ मांगने में सुस्ती और शर्म महसूस करते हैं। अफ्तार के
वक्त दस्तरखान पहले बैठ जाए और उस वक्त जो दुआ मांगेगे उस दुआ को अल्लाह
यकीनन कबूल करेगा।
कहा कि इस पाक महीने में हमारे हाथ उठें तो दुआओं के लिए, कदम बढे़ं तो
मद्द के लिए, जुबान पर लब्ज आएं तो दूसरों को सुकून पहुंचाने के लिए और
इसके साथ ही लोगों को गुनाहों से तौबा कर लेना चाहिए। रोजा अफ्तार करने
वालों में अंजुमन के प्रबंधक तजम्मुल खान, अफजल हुसैन, एैनुददीन, मजूर, गूडडू , बबलू , मुनीफ, ,आदि शामिल रहे