परिवार परामर्श केंद्र में 38 में 16 मामलों का हुआ निस्तारण
छह मामलों में पक्षकार साथ-साथ रहने को हुए तैयार
यशपाल सिंह
मऊ। परिवार परामर्श केंद्र की बैठक रविवार को पुलिस लाइन्स स्थित महिला थाने में पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई। इसमें कुल 38 पारिवारिक मामले आए, जिसमें परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से 16 मामलो का निस्तारण हुआ। जिसमें छह मामलों में पक्षकारों ने अपना सभी मतभेद भुलाकर साथ-साथ रहने को तैयार हो गए। वही दस मामलों में मामला कोर्ट में विचाराधीन होने तथा पक्षकारों के लगातार अनुपस्थिति के चलते पत्रावली निस्तारित कर दिया गया। शेष मामलों में बैठक की अगली तिथि एक जुुलाई नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया।
परामर्श केंद्र के सदस्यों और अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव के प्रयास से शाइस्ता और मुहम्मद अरशद, सिन्धू और विजयनरायन, सीमा मौर्य और सुरेश मौर्य, पूनम और राजकपूर, पूजा और नरेंद्र तथा शाहिस्ता और शाह आलम ने अपना-अपना मतभेद भुलाकर साथ साथ रहने को तैयार हो गए। वही जानकी और राजू, शाहजहां और मुहम्मद अरशद , छविनाथ और कुसुम, ऊषा और रामसरीख, जमीला और हदीश, उमेश वर्मा, चंदा और अफरोज, रानी और शिवकुमार, उमेश और मनीषा तथा मनीषा और विवेक के मामले में मामला कोर्ट में लंबित होने तथा पक्षकारो की लगातार अनुपस्थिति के चलते पत्रावली निस्तारित कर दी गई। इस दौरान पांच मामलों में एक-एक पक्षकार उपस्थित हुए वही दस मामलों में कोई पक्षकार उपस्थित नहीं हुआ। तथा सात मामलों में पक्षकारों ने सुलह के लिए समय की मांग किया। जिस पर सदस्यों ने 15 मामलों में एक जुलाई तथा 11 मामलों में आठ जुलाई की तिथि नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया। बैठक में परामर्श केंद्र के सदस्यगण सर्वेश दूबे, इ्ब्राहिम सेवक , विनोद कुमार सिंह, रत्नेश पांडेय, अर्चना उपाध्याय, डा. एमए खान, महिला दरोगा विन्ध्यवासिनी पांडेय, दीवान चंदा सिंह, महिला आरक्षी गीता देवी और प्रियंका सिंह ने मामलों के निस्तारण में अपना योगदान दिया। इस मौके पर काफी संख्या में पक्षकार और उनके परिजन उपस्थित रहे।