स्वीस बैंक में रखा भारतीयों का धन बढ़ा 50%, सरकार पर विपक्ष हुआ हमलावर.
- पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल के अंत में 2004 में भी बढ़ा था विदेशो में जमा भारतीयों का धन
- सरकार की सोशल मीडिया पर किरकिरी जारी.
आदिल अहमद
नई दिल्ली. विदेशो में जमा काले धन को मुद्दा बनाकर केंद्र के सत्ता तक पहुची भाजपा अब उसी काले धन के मुद्दे पर घिर चुकी है. भाजपा ने दावा किया था कि काला धन विदेशो से वापस लाया जायेगा, एक चुनावी सभा में खुद नरेंद्र मोदी ने कहा था कि विदेशो में जमा काला धन वापस लाया जायेगा और सबके खातो में 15-15 लाख रुपया आ जायेगा. इसके बाद सरकार में आने के बाद अमित शाह ने उस मुद्दे पर यूटर्न मार कर उसको चुनावी जुमला करार दे दिया था. तभी से काले धन की वापसी मुद्दे पर भाजपा बैक फुट पर रहती है,
काले धन के नाम पर देश में नोट बंदी लागू हुई और अचानक रात को केवल चार घंटे की मोहलत के बाद नोट बंद कर दिया गया. पुरे देश में त्राहि त्राहि की स्थिति हो गई और आम जनता बैंको के सामने लाइन लगा कर खडी नज़र आई. देश की जनता ने इसको भी देश हित में बर्दाश्त किया और काले धन पर सरकारी पहल का इंतज़ार कर रही थी, मगर अब जब स्वीस बैंक ने खुद के रिपोर्ट को ज़ाहिर करते हुवे बताया है कि उसके बैंक में जमा भारतीयों के धन में 50% की वृद्धी हुई है तो सत्तारूढ़ दल जहा बैकफुट पर नज़र आ रही है वही विपक्ष लगातार हमलावर होता जा रहा है. अभी तक भाजपा के तरफ से या सरकार के जानिब से कोई बयान सामने नहीं आया है और सोशल मीडिया पर लगातार सरकार की किरकिरी हो रही है.
बताते चले कि रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीयों का स्विस बैंकों में जमा धन चार साल में पहली बार बढ़ कर पिछले साल एक अरब स्विस फैंक (7,000 करोड़ रुपए) के दायरे में पहुंच गया, जो एक साल पहले की तुलना में 50 प्रतितशत की वृद्धि दर्शाता है. स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों में यह बात सामने आई है.
इसके अनुसार भारतीयों द्वारा स्विस बैंक खातों में रखा गया धन 2017 में 50% से अधिक बढ़कर 7000 करोड़ रुपए (1.01 अरब फ्रेंक) हो गया. इससे पहले तीन साल यहां के बैंकों में भारतीयों के जमा धन में लगातार गिरावट आई थी. अपनी बैंकिंग गोपनीयता के लिए पहचान बनाने वाले इस देश में भारतीयों के जमाधन में ऐसे समय दिखी बढ़ोतरी हैरान करने वाली है, जबकि भारत सरकार विदेशों में कालाधन रखने वालों के खिलाफ अभियान चलाए हुए है.
स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) के सालाना आंकड़ों के अनुसार स्विस बैंक खातों में जमा भारतीय धन 2016 में 45 प्रतिशत घटकर 67.6 करोड़ फ्रेंक (लगभग 4500 करोड़ रुपए) रह गया था. यह राशि 1987 से इस आंकड़े के प्रकाशन की शुरुआत के बाद से सबसे कम थी.
एसएनबी के आंकड़ों के अनुसार भारतीयों द्वारा स्विस बैंक खातों में सीधे तौर पर रखा गया धन 2017 में लगभग 6891 करोड़ रुपए (99.9 करोड़ फ्रेंक) हो गया. वहीं प्रतिनिधियों या धन प्रबंधकों के जरिए रखा गया धन इस दौरान 112 करोड़ रुपए (1.62 करोड़ फ्रेंक) रहा.
ताजा आंकड़ों के अनुसार स्विस बैंक खातों में जमा भारतीयों के धन में ग्राहक जमाओं के रूप में 3200 करोड़ रुपए, अन्य बैंको के जरिए 1050 करोड़ रुपए शामिल हैं. इन सभी मदों में भारतीयों के धन में में बढ़ोतरी हुई. स्विस बैंक खातों में रखे भारतीयों के धन में 2011 में इसमें 12%, 2013 में 43%, 2017 में इसमें 50.2% की वृद्धि हुई. इससे पहले 2004 में यह धन 56% बढ़ा था.