केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी पर सांसद निधि दुरूपयोग का मामला – विपक्ष हुआ हमलावर
4.8 करोड़ 18% सालाना ब्याज सहित वापस करने का आणंद के डीएम ने ठेकेदार को दिया आदेश
आदिल अहमद
नई दिल्ली. न खाऊंगा न खाने दूंगा के तर्ज पर सत्ता में आई भाजपा सरकार भी अब भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घिरने लगी है. पहले व्यापम और उससे सम्बंधित लोगो की मौत, फिर तुअर दाल उसके बाद बाद बिहार का शौचालय मुद्दा आदि. ये सभी मुद्दे अभी थमे भी नहीं थे कि इस बार केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी पर सांसद निधि के दुरूपयोग का आरोप विपक्ष ने लगाया है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर सांसद निधि के फंड के दुरुपयोग का आरोप लगा है। गुजरात के आणंद के डीएम ने ठेकेदार को 4.8 करोड़ रुपये लौटाने का आदेश भी दिया है। इतना ही नही रकम के साथ 18 फीसदी सालाना ब्याज भी लिया जाएगा।
स्मृति ईरानी पर गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और आणंद जिले की आंकलव सीट से एमएलए अमित चावड़ा ने हमला बोला है। कांग्रेस विधायक अमित चावड़ा ने एक के बाद एक कई सिलसिलेवार ट्वीट कर स्मृति ईरानी को निशाने पर लिया। अमित चावड़ा ने ट्वीट में लिखा- ”स्मृति ईरानी ने आणंद जिले के माघरोल को मॉडल विलेज बनाने के लिए गोद लिया और उन्होंने इसे भ्रष्टाचार और शक्ति का स्पष्ट दुरुपयोग करने का मॉडल बानाने के लिए शानदार काम किया।उन्होंने अपने एमपीएलएडी योजना के तहत प्राप्त मिले फंड का दुरुपयोग किया।
”अमित चावड़ा ने दूसरे ट्वीट में लिखा- ”स्मृति ईरानी ने दिशानिर्देशों से हटकर सांसद निधि का गलत इस्तेमाल किया, नियम और शर्तो का भी उल्लंघन किया। इसके अतिरिक्त स्मृति ईरानी ने और उनके स्टाफ ने अधिकारी को शारदा मजूर कामदार सहकारी मंडली को कॉन्ट्रेक्ट देने लिए मजबूर किया। अमित चावड़ा ने इसके बाद लिखा- ”इसमें आदर्श नियम और शर्तो का भी उल्लंघन किया गया कि पीएमएलएडी योजना के तहत एक समूह को 50 लाख रुपये से ज्यादा के कॉन्ट्रेक्ट नहीं दिए जा सकते हैं। इस सहकारी को निर्धारित समय से ऊपर कई बार काम का कॉन्ट्रेक्ट दिया गया। जून 2017 के महीने में जांच के दौरान यह भी सामने आया था कि काम उम्मीद के मुताबिक इसने काम नही किया। कई जगह काम पूरा भी नही किया लेकिन पैसा उन्हें मिल गया”।