एसी नहीं जनरल वार्ड में एसिड पीडि़ता का इलाज
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद l स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के जनरल वार्ड में एसिड पीड़िता जिंदगी और मौत से जूझ रही है लेकिन अस्पताल प्रशासन मौन है। इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा जिस एसिड पीड़िता को एसी वार्ड में भर्ती करने का निर्देश दिया गया है उसका इलाज यहां रामभरोसे जनरल वार्ड में चल रहा है। यहा सामान्य मरीजों की तरह ही इसका इलाज किया जा रहा है।
दरअसल, मऊआइमा निवासी एक 18 वर्षीय युवती पर एसिड से अटैक कर दिया गया था। चेहरा समेत पूरा शरीर गंभीर रूप से झुलस गया था। इलाज के लिए उसे स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां उसे इलाज के लिए एसी के बजाय जनरल वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। इस पर विधि की कुछ छात्राओं ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दिया। हाईकोर्ट ने दो दिन पहले इस पर सख्त निर्देश दिया कि एसिड पीड़िता का इलाज जनरल वार्ड में न करके एसी में किया जाय।
लेकिन यहां तो अस्पताल प्रशासन हाईकोर्ट के आदेश को दरकिनार करते हुए दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक एसी वार्ड में नहीं शिफ्ट किया गया। इस भीषण गर्मी में उसे वार्ड नंबर 16 में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। वार्ड नंबर 14 में एक और पीड़िता
एसआरएन अस्पताल के वार्ड नंबर 14 में एक और एसिड अटैक पीड़िता का इलाज चल रहा है। कौशांबी निवासी पीड़िता की जानकारी जब विधि के छात्र-छात्राओं को हुई तो वह उसकी जानकारी लेने के लिए वहां पहुंच गई। परिजनों से पूरी जानकारी ली। इसमें दीक्षा शुक्ल, अन्नू सिंह, एशा सिंह, लक्ष्य जौहरी, प्रगति राज, श्रीशनाथ त्रिपाठी, सोनल सिन्हा, निकिता व संजिका शामिल रहीं। इन छात्र-छात्राओं का कहना है कि वह पूरी जानकारी लेने के बाद कोर्ट में पीआईएल दाखिल किया जाएगा।
इस संबंध में सौरभ दुबे, पीआरओ, एसआरएन अस्पताल ने कहा कि ‘अभी एसिड पीड़िता का इलाज जनरल वार्ड में ही हो रहा है। हाईकोर्ट के आदेश की कापी मिली है। एसी वार्ड की व्यवस्था कर रहे हैं, फिर उसे एसी वार्ड में भर्ती करा दिया जाएगा।’