मुख्यमंत्री जी, अमर उजाला का खुद को पत्रकार कहने वाले व्यक्ति ने मुझको छेड़ा, पुलिस मुकदमा नही लिख रही – पीड़ित महिला

समर रुदौलवी.

कादीपुर (सुल्तानपुर) सूबे के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ कहते है पिड़ित को न्याय मिलेगा सूबे मे रामराज्य की स्थापना होगी अपराधी कोई भी होगा या तो उत्तर प्रदेश छोड़ दे या उनके लिये वो जगह है जहा कोई जाना नही चाहता लेकिन ताजा मामला सुलतानपुर जनपद के कादीपुर तहसील का है जहा मुकदमा लिखवाने के चक्कर मे दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर पिड़ित महिला लगा रही अधिकारियो के चक्कर. कादीपुर पुलिस ने उड़ाई मानवाधिकार की धज्जियां छेड़खानी से पीड़ित महिला को नहीं दिला पा रही है न्याय मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है.

पीडिता का कहना है कि कादीपुर में दिनांक 12/6/18 से हुए लापता भतीजे मोहम्मद सैफ पुत्र टेटे के गायब होने की सूचना कादीपुर पुलिस को लिखित रुप से दिया गया था। तहरीर देने के 5 दिन बाद तक मुकदमा नहीं दर्ज हुआ और न ही  मोहम्मद सैफ का कोई सुराग मिल पा रहा था. इससे उत्तेजित होकर क्षेत्रीय नागरिक और परिजनों ने पटेल चौक पर  18/6/18 को धरना प्रदर्शन और चक्का जाम कर दिया.

पीडिता का आरोप है कि धरने में आया एक व्यक्ति जो खुद को अमर उजाला अखबार का पत्रकार बताता है ने उसका हाथ पकड़ लिया और उसके साथ बदतमीजी किया. इसका विरोध करने पर वह उससे हाथापाई करने लगा. यह  देख एक महिला ने पीछे से उसको चप्पलो से मारा वही पीड़ित  महिला का आरोप है कि उसके द्वारा मेरे साथ छेड़खानी करते हुए हमें जमीन पर गिरा दिया जिसकी शिकायत मैंने वीडियो क्लिप के साथ सीओ कादीपुर व कोतवाल से मिलकर किया.  उक्त घटना की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई थी। इतने साक्ष्य होने के बावजूद भी अधिकारियों के द्वारा कोई सुनवाई नहीं हुई तो न्याय ना मिलता देख पीडिता ने वीडियो क्लिप के साथ डीजीपी लखनऊ व मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है.

अब एक बात समझ से जो परे है वह है कि आखिर एक आरोपी जिसके खिलाफ सोशल मीडिया पर उसका वीडियो तक वायरल हो चूका है उसको आखिर पुलिस किस आधार पर रियायत देती जा रही है. थाना स्थानीय अपने हिस्से का काम क्यों नहीं कर रहा है. आखिरकार भाजपा सरकार में पीड़ित महिला को न्याय कब मिलेगा क्या योगी राज में ही अधिकारी न्याय दिला पाएंगे.  इस संबंध में जब कोतवाली प्रभारी विजय बहादुर सिंह से बात की तो उन्होंने यह आश्वासन दिया कि मामले की जांच होने के बाद ही मुकदमा लिखा जाएगा. अब मुद्दा है कि कितने सालो तक साहब जाँच करेगे और कब मुकदमा लिखा जायेगा और कब आखिर पीडिता को न्याय मिलेगा. इन सब सवालो के जवाब या तो थाना प्रभारी जाने या फिर भगवान.

आपको बताते चले कि इसी व्यक्ति के द्वारा अपने गुर्गो के साथ एक पत्रकार की पुलिस चौकी में पिटाई कर दिया गया था जिसको आंख बंद कर चौकी प्रभारी देखते रहे. उसके उपरांत जब इस सम्बन्ध में उनको शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया तो वह भी जांच के नाम पर ठन्डे बस्ते में पड़ा हुआ है. वही सूत्रों की माने तो इन प्रकरणों को दबाने के लिये आरोपी का सहयोग कादीपुर पुलिस पूरा दे रही है.

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