02 जुलाई से जनपद में मनाया जायेग ‘‘संचारी रोग नियंत्रण माह
सुदेश कुमार
बहराइच 27 जून। दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से शासन के निर्देशानुसार माह जुलाई 2018 में ‘‘संचारी रोग नियंत्रण माह’’ मनाया जायेगा। शासन द्वारा दी गयी व्यवस्था के अनुसार जनपद में 02 जुलाई 2018 से ‘‘संचारी रोग नियंत्रण माह’’ मनाया जायेगा। इस सम्बन्ध में मंगलवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित अन्तर्विभागीय बैठक की अध्यक्षता करती हुई जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि जिले के सभी चिकित्सालयों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर डाक्सीसाइक्लीन कैप्सूल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के साथ ही आक्सीजन भी उपलब्ध होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों पर बने शौचालयों को साफ-सुथरा तथा क्रियाशील रखा जाय।
जिलाधिकारी ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार पर सफलतापूर्वक नियंत्रण पाने के लिए सम्पूर्ण सोच के साथ सम्बन्धित विभागों के मध्य उचित समन्वय स्थापित कर रोगियों के उपचार की व्यवस्था के साथ-साथ रोगियों की निगरानी तथा रोगियों के निःशुल्क परिवहन हेतु रोगी वाहन सेवा की व्यवस्था को चाक चैबन्द रखें। जिलाधिकारी ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि ‘‘संचारी रोग नियंत्रण माह’’ के दौरान मानिटरिंग, पर्यवेक्षण, रिपोर्टिंग, अभिलेखकीरण, विश्लेषण तथा न्यूरो-रिहैबिलिटेशन का कार्य शासन द्वारा दी गयी व्यवस्थानुसार कराया जाय।
संचारी रोग नियंत्रण माह के सम्बन्ध में नगर निकायों को निर्देश दिये गये कि नगरीय क्षेत्रों में वातावरणीय तथा व्यक्तिगत स्वच्छता के उपायों, खुले में शौच न करने, शुद्ध पेयजल के प्रयोग तथा मच्छरों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान संचालित करें। इसके अतिरिक्त खुली नालियों को ढ़कने, नालियों/कचरे की साफ-सफाई, फागिंग, उथले हैण्डपम्पों का प्रयोग रोकने के लिए उन्हें लाल रंग से चिन्हित करने, हैण्डपम्पों के पास अपशिष्ट जल के निकासी की व्यवस्था के साथ शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए हैण्डपम्पों की रिबोरिंग एवं पेयजल की गुणवत्ता के अनुश्रवण के लिए बैक्टीरियोलाॅजिकल/वायरोलाॅजिकल जाॅच कराये जाने के निर्देश दिये गये।
पशुपालन विभाग को निर्देश दिया गया कि सूकर पालन स्थल पर वेक्टर नियंत्रण एवं सीरो सर्विलेन्स की व्यवस्था, सूकर पालकों को सूकर बाड़े की साफ-सफाई, कीटनाशक छिड़काव, पशु बाड़ों की स्वच्छता, कचरा निस्तारण तथा जाली के प्रयोग के लिए पशुपालकों का गहन संवेदीकरण किया जाय। शिक्षा विभाग को निर्देश दिये गये कि प्रत्येक दिन प्रार्थना-सभा में बच्चों को दिमागी बुखार के लक्षणों, स्वच्छ पेयजल का सुरक्षित रखने, शौचालय का प्रयोग करने तथा खुले में शौच से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाय। प्रत्येक दिन उपस्थिति रजिस्टर की जाॅच करें तथा लगातार पिछले 02 दिनों से स्कूल न आने वाले बच्चों के बारे में स्कूल प्रबन्धन समिति के सदस्यों से पूछताछ करें।
संचारी रोग नियंत्रण माह अन्तर्गत प्रधान अपने ग्राम में अभियान के नोडल अधिकारी होंगे तथा 02 जुलाई को प्रभात फेरी का आयोजन कर अभियान का उद्घाटन करेंगे। संचारी रोग नियंत्रण माह के दौरान ग्राम स्तर पर साफ-सफाई, हाथ धोना, शौचालय की सफाई, वीएचएसएनसी के माध्यम से संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के रोकथाम के लिए ‘‘क्या करें और क्या न करें’’ का सघन प्रचार-प्रसार किया जायेगा। वेक्टर नियंत्रण के लिए जलाशयों एवं नालियों की नियमित सफाई, जलाशयों एवं तालाबों से हाईसिन्स के पौधों की सफाई तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा फण्ड से फागिंग की व्यवस्था की जायेगी।
जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिया संचारी रोग नियंत्रण माह के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के साथ ब्लाक स्तरीय अन्तर्विभागीय बैठक तत्काल आयोजित कर ली जाय। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि माह अन्तर्गत संचालित की जाने वाली गतिविधियों के लिए कन्ट्रोल रूम की स्थापना कर दी जाय। इस सम्पूर्ण अभियान के दौरान आईईसी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाय तथा अन्टाइड फण्ड से व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, ज्वाईन्ट मजिस्ट्रेट प्रशिक्षु आईएएस प्रभाष कुमार, सीएमओ डा. ए.के. पाण्डेय, सीवीओ डा. बलवन्त सिंह, सीएमएस डा. ओ.पी. पाण्डेय, डीडी एग्री डा. आर.के. सिंह, पीडी डीआरडीए सुनील कुमार सिंह, डीआईओएस राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, डीडीओ वीरेन्द्र सिंह, डीएसओ राकेश कुमार, डीपीएम एनएचएम डा. आर.बी. यादव, डीपीआरओ के.बी. वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।