वाराणसी – देखे किस तरह दो पड़ोसियों के झगडे को सांप्रदायिक विवाद बनाने का हुआ प्रयास, ये कही षड़यंत्र तो नहीं ?
तारिक आज़मी.
वाराणसी. वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र के हनुमान फाटक के पास स्थित तेलियाना के पास कल सोमवार को रात लगभग 9 बजे दो पड़ोसियों के बीच विवाद हो गया. देखते देखते विवाद ने तुल पकड़ा और जमकर लाठी डंडे लात घुसे चले. इसको दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि इत्तिफाक से दोनों पडोसी अलग अलग मज़हबो को मानने वाले थे. मार पीट में दोनों पक्ष के कई लोग घायल हुवे जिसमे एक पक्ष के 3 तथा एक पक्ष के एक व्यक्ति को उपचार हेतु मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है जहा उनका इलाज चल रहा है.
अमूमन यह दो पड़ोसियों का आपस में हुआ झगडा था मगर फिजा इस तरह अचानक गर्म होने लगे जैसे कोई बहुत बड़ी घटना अंजाम दिल गई हो. इस घटना पर राजनितिक रोटी के सौदागरों ने भी खूब अपना सौदा सका. पुलिस अधीक्षक (नगर) और स्थानीय पुलिस के सुझबुझ का नतीजा रहा कि लोगो की राजनितिक रोटिया सेकने का प्रयास असफल हो गया, मौके पर कई थानों की फ़ोर्स बुला लिया गया, इस दौरान दोनों पक्षों के तरफ से शांति व्यवस्था कायम रही, पुलिस पूरी रात ही भ्रमण पर रही और क्षेत्र में किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं घटित होने दिया. घटना तो कल गुज़र चुकी है मगर अपने पीछे सवाल कई छोड़ गई है.
सिर्फ 9 महीने और 5 विवाद को सांप्रदायिक रूप देने का हुआ प्रयास.
मै ये तो नहीं कहूँगा की इस इलाके में कभी कोई विवाद नहीं हुवा है. ज़रूर हुआ है मगर इस स्तर का नहीं जिसको सांप्रदायिक विवाद कहा जाये. अगर हुआ भी तो घरेलु अथवा पडोसी विवाद रहा है. मगर पिछले 9 माह से इस क्षेत्र के हर विवाद को सांप्रदायिक रूप देने का प्रयास किया गया है. जी हां सिर्फ 9 माह में ही कुल 5 विवाद ऐसा हुआ है जिसको तुल देकर सांप्रदायिक विवाद बनाने का प्रयास हुआ है. घटनाये भी ऐसी छोटी मोटी हुई है जिसका मूल जानकार आप भी हंसी न रोक पायेगे.
सिर्फ एक उदहारण दूंगा जिससे आप खुद समझ लेंगे की आखिर चल क्या रहा है, इसी क्षेत्र में . आज से लगभग 9 माह पूर्व दो रिक्शेवाले आपस में लड़ बैठे, झगडे में आपस में मारपीट कर बैठे. इसको भी दुर्भाग्य कहेगे कि जिस इंसानों के बीच यह घटना हुई वह दोनों पक्ष अलग अलग धर्मो का पालन करने वाले थे. बस फिर क्या है शुरू हुई एक जंग जिसमे इसको सांप्रदायिक रूप देने का प्रयास किया गया, तत्कालीन थाना प्रभारी ने अंततः बर्दास्त की लिमिट खत्म होने लगा तो फिर थाना प्रभारी ने कस के फटकार दिया और मौके पर ही बात का निस्तारण ही हो गया
सोशल मीडिया पर भेजा भड़काऊ पोस्ट
कल की घटना के बाद देर रात लगभग पौने बारह बजे के लगभग अचानक सोशल साईट पर एक पोस्ट कुछ फेक फोटो ले कर विवादस्पद पोस्ट लिख कर वायरल करना शुरू हुआ है इस पोस्ट को मैंने भी किसी परिचित के मोबाइल पर देख लिया और उसका स्क्रीन शॉट ले लिया. जो समाचार में लगा हुआ है. इसमें देख सकते है कि रात 11:38 पर यह पोस्ट क्या सन्देश दे रही है जबकि इस समय पर मौके से चंद कदम की दुरी पर नगर पुलिस अधीक्षक स्वयं बैठे है. मौके पर पुलिस बल तैनात है, इलाके में कई थानों की फ़ोर्स चक्रमण कर रही थी. फिर कौन इस फिजा को बिगाड़ने का प्रयास कर रहा है ये गहन जांच आवश्यक है.