आप की रैली में भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने दिखाए बागी तेवर
तारिक़ आज़मी
वाराणसी सोमवार को बेनियाबाग मैदान में आम आदमी पार्टी की तरफ से जन अधिकार रैली का आयोजन किया गया।
इस रैली में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के साथ समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर और भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी मौजूद रहे। हालांकि इस रैली भाजपा के एक अन्य पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा भी पहुचने वाले थे लेकिन अस्वस्थता के कारण नहीं पहुँच सके।
इस अवसर पर ओमप्रकाश राजभर के तरह शत्रुघ्न सिन्हा ने भी बागी तेवर दिखाते हुए अपने ही पार्टी पर जमकर हमला बोला।
अपने भाषण में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि अब से 44 साल पूर्व श्रीमती इंदिरा गांधी के द्वारा आपातकाल की घोषणा की गई जिससे देश की जनता में त्राहि त्राहि मची। इस आपातकाल का जवाब जनता ने अगले चुनाव में सत्ता परिवर्तन करके दिया।आज एक बार फिर देश में अघोषित आपातकाल चल रहा है। हमारी सरकार है लेकिन हमारी सरकार में देश के किसान और दलित खुश नहीं आत्महत्या कर रहे हैं यह शर्म की बात है मां गंगा की बात करने वाले गंगा को स्वच्छ नहीं कर पा रहे आज गंगा हमसे दूर होते जा रही हो मैं किसी व्यक्ति विशेष का विरोध नहीं कर रहा बल्कि आज की व्यवस्था का विरोध कर रहा हूं आज व्यवस्था परिवर्तन का समय आ गया।अपने भाषण के दौरान अजान की आवाज सुन शत्रुघ्न सिन्हा ने भाषण रोक दिया, ऐसा कर उन्होंने अल्पसंख्यकों में अपनी पैठ बनाने की कोशिश की और कहां की हमें एक दूसरे के जाति धर्म और संप्रदाय का सम्मान ठीक उसी तरह करना चाहिए जैसा कि हम अपने धर्म और मां का करते हैं।
उन्होंने मंत्री पद ना मिलने से बागी होने की बात करते हुए कहा मंत्री पद से बहुत आगे जा चुका हूं मुझे और यशवंत सिन्हा जी को किसी मंत्री पद का लालच नहीं मैं केवल समाज सेवा के लिए राजनीति में आया आज 90% विधायकों सांसदों को कौन जानता है लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा को पूरा देश जानता है। भाजपा के ही श्री अटल बिहारी वाजपेई के शासन काल में मैं कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुका हूं। इसलिए मुझे किसी मंत्री पद की कोई लालच नहीं, केवल व्यवस्था परिवर्तन के लिए लड़ रहा हूँ। यदि इसे कोई बागी कहता है तो हां मैं बागी हूं । इन सबके बावजूद भी उनके अंदर मंत्री न बनने की कसक साफ़ दिखी जब उन्होंने कहा कि जब एक अपराधी मंत्री बन सकता है एक टीवी सीरियल की महिला एच आर डी मिनिस्टर बन सकती है तो मैं क्यों नहीं बन सकता। आज तक मेरे ऊपर ना ही पारिवारिक ना ही सामाजिक और न ही कोई राजनीतिक आरोप लगे हैं फिर मुझे मंत्री बनने में क्या दोष