डॉ सिद्धगोपाल की मौत के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर कांग्रेसी उतरे सडक पर
अनुपम राज/इदुल अमीन
वाराणसी। नगर के चौक स्थित चित्रा सिनेमा हॉल से चितरंजन पार्क तक कांग्रेसियों ने कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च मारवाड़ी अस्पताल के सीएमओ डॉ. सिद्धगोपाल की मौत को लेकर निकाला गया था। कांग्रेसियों का कहना था कि वह भारी दबाव में अपना जीवन यापन कर रहे थे। वहीं घटना वाले दिन वह कैंट रेलवे स्टेशन पर गए जहां उनकी संदिग्ध मौत हो गई।
वहीं कार्यक्रम में उपस्थित कांग्रेस के पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा का कहना था कि डॉ. सिद्ध गोपाल के मौत के मामले में निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। उनकी संदिग्ध मौत उत्तर प्रदेश सरकार व कानून व्यवस्था के साथ साथ स्थानीय सांसद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख पर बट्टा लगा रही है। आगे बताते हुये उनका कहना था कि सवाल है कि उत्तर प्रदेश सरकार का इकबाल बुलंद है या जांच में ढिलाई करवाने वाली उस अदृश्य शक्ति का इकबाल बुलंद है। साथ ही मांग किया कि सरकार डॉ. सिद्धगोपाल की संदिग्ध मौत की निष्पक्ष जांच कराये। डॉ. सिद्ध गोपाल की संदिग्ध मौत के मामले में निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग के समर्थन व उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए चौक से चितरंजन पार्क तक कैंडल मार्च निकाला गया। चित्तरंजन पार्क में स्थित चितरंजन दास की प्रतिमा के समक्ष उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
कैंडल मार्च व श्रद्धांजलि सभा में पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्रा, कन्हैय्या गूरू, अनिल श्रीवास्तव अंनु, प्रभात वर्मा, जय सिंह, अरुण शर्मा, अजय सिंह, शिव जी, प्रमोद वर्मा, पूनम कुंडू, आलोक पांडेय, आशीष सिंह, मनिन्द्र मिश्रा, महेन्द्र पटेल, जे पी तिवारी, गिरीश पांडेय, सलीम, नासिर जमाल, संजीव सिंह, शिरिष मिश्रा आदि लोग शामिल थे।