जिलाधिकारी ने सीएमओ कार्यालय का किया औचक निरीक्षण, जनता को शुद्ध पानी पिलाने के लिए दिए निर्देश
आफ़ताब फारुकी
इलाहाबाद। जिलाधिकारी सुहास एल0वाई0 ने आज मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने प्रत्येक कक्ष में जाकर वहां के कर्मचारियों की कार्यप्रणाली की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निदे्रशित किया कि प्रत्येक कर्मचारी के कार्यालय में पोस्टर केे माध्यम से यह चस्पा दिया जाये कि कार्यालय में दलालों का प्रवेश वर्जित रहेगा। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि एक चपरासी का कार्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में आने-जाने वालों को शुद्ध पानी पिलाना सुनिश्चित करे।
जिलाधिकारी ने निरीक्षक के दौरान पाया कि केवल एक बाबू की ड्यूटी जन्म/मृत्यु प्रमाणपत्र के आवेदन को आगे बढ़ाने के लिए लगाया गया है। जिलाधिकारी द्वारा उनके कार्य का विवरण लिया गया तथा यह जांच में यह पाया कि इस प्रक्रिया का कोई औचित्य नहीं है, मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि साल भर में केवल 10000 के लगभग आवेदन पत्र आते है, इसलिए उनको दूसरा कार्य का दायित्व भी सौंपने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी निरीक्षण के दौरान निविदा के संचालन कक्ष पहंुचे। वहां पर उन्होंने निरीक्षण के दौरान वहां कार्यरत कर्मचारी इतिश्याक अहमद की कार्य प्रणाली पर नाराजगी जाहिर करते हुए उनके डी0जी0 हेल्थ को पत्र के माध्यम से सूचित करने का निर्देश दिया। निविदा बाबू के कार्यालय के निरीक्षण में पूरे टेण्टर पत्रावली को चेक किया गया। चेकिंग के दौरान कर्मचारी के हस्ताक्षर न मिलने पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को कानूनी कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय परिसर में खड़ी एम्बुलेंस की जांच करते हुए पूछा कि ये गाड़िया सही तरीके से काम कर रही है या नही। जांच में पता चला कि गाड़ी काफी दिन से खराब हालत में खड़ी है जिसमें उस गाड़ी के डाईवर पृथ्वीराज को डीएम कार्यालय में अटैच करने का निर्देश दिया और डाईवर राकेश मिश्रा निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये गये उनका आज का वेतन काटने का निर्देश के साथ उनसे स्पष्टीकरण दिए जाने का निर्देश दिया।