नन्दी ने ‘‘पुनर्प्राप्त जन्मोत्सव” का जश्न मनाया, कैबिनेट के सहयोगी मंत्रियों ने की शिरकत
कनिष्क गुप्ता.
इलाहाबाद, 12 जुलाई : प्रदेश के स्टाम्प एवं नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नन्दी ने वर्ष 2010 में एक जानलेवा हमले से बचने की अपनी वर्षगांठ का गुरुवार को जश्न मनाया। इस दौरान उन्होंने दिन भर लोगों से प्रेमपूर्वक मुलाक़ात की और जीवन की पुनर्प्राप्ति के लिए सभी का अभिवादन स्वीकार किया।
12 जुलाई 2010 को इलाहाबाद में कैबिनेट मंत्री नन्दी पर जानलेवा हमला किया गया था। इस हमले में वह बुरी तरह से जख्मी हो गये थे। नन्दी ने गुरूवार को ‘पुनर प्राप्ति’ की वर्षगांठ का जश्न मनाने के लिये एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। यह हमला उनकी जिंदगी में एक निर्णायक मोड़ था। हर साल 12 जुलाई को ‘पुनर प्राप्ति महोत्सव’ मनाया जाता है। नन्दी ने अपने परिवार के साथ प्रार्थना की और इलाहाबाद के बहादुरगंज में ‘प्रसाद ग्रहण’ का कार्यक्रम आयोजित किया। मंत्री जी मनोकामनासिद्ध प्राचीन शिव मंदिर में ‘सपरिवार रूद्राभिषेक’ में हिस्सा लिया, जोकि बहादुरगंज में उनके आवास के निकट स्थित है।
इस भव्य कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मंत्रियों एवं इलाहाबाद के वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने शिरकत की। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह एवं महिला कल्याण, पर्यटन और बाल एवं परिवार कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी व अन्य मंत्रियों ने नन्दी को हमले के बाद नया जीवन पाने के लिये बधाईयां दी और इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कृषि मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग एवं दिव्यांग जन विकास विभाग के मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर भी इस कार्यक्रम में पहुंचे।
इस अवसर पर नन्दी ने इलाहाबाद के लोगों के प्रति आभार जताया, जिन्होंने उनकी जान बचाई। उन्होंने कहा, ‘‘मैं वह दिन कभी नहीं भूल सकता। हर दिन की तरह मैं पूजा करने के लिये जा रहा था और मेरी जिंदगी बदल गई। आज, जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो मुझे लगता है कि एक व्यक्ति के रूप में मेरा काफी विकास हुआ है। मैं इलाहाबाद के लोगों का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मेरे लिये दुआ की और मेरे जख्मों से उबरने में मेरी मदद की।’’
वर्ष 2010 में इलाहाबाद में अपने निवास के बाहर ही एक बम धमाके में नन्दी बुरी तरह से घायल हो गये थे। यह बम धमाका उन्हें मारने के इरादे से किया गया था। मंत्री जी को इस हमले में गंभीर चोटें लगीं जबकि उनसे मिलने आये एक शख्स को भी काफी चोटें आईं थीं। इस घटना ने पूरे शहर को हिला दिया था। यह बम हमला तकरीबन सुबह 11 बजे हुआ था, जब नन्दी अपने घर से लगभग 60 मीटर की दूरी पर स्थित एक मंदिर में पूजा करने जा रहे थे।