अधूरी रह गई पत्नी-बच्चों के साथ देहरादून घूमने की ख्वाहिश
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : पत्नी और बच्चों के साथ देहरादून घूमने जा रहे कौंधियारा थाना के गोठी गांव निवासी किराना कारोबारी प्रकाश चंद्र शुक्ल शायद इस बात से अनजान थे कि यह उनकी जिंदगी का अंतिम सफर होगा। पत्नी और बच्चों के साथ देहरादून घूमने की उनकी ख्वाहिश अधूरी रह गई। मुरादाबाद जिले के मतलबपुर रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन पर चढ़ने के दौरान पैर फिसलने से प्रकाश चंद्र शुक्ल की मौत हो गई। पति की मौत की खबर सुन हड़बड़ाहट में चलती ट्रेन से गिरकर प्रकाश की 28 वर्षीय पत्नी वंदना भी घायल हो गई।
कौंधियारा थाना के गोठी गांव निवासी रामलखन शुक्ल के तीन बेटों में दूसरे नंबर पर प्रकाश चंद्र किराना कारोबारी थे। कौंधियारा के कैथा गांव में उनकी दुकान है। परिजनों ने बताया कि प्रकाश अपनी पत्नी वंदना और तीनों बेटियों 10 वर्षीय सत्या, आठ वर्षीय खुशी और छह वर्षीय आस्था के अलावा खीरी थाना के मांगी गांव निवासी साले सूरज मिश्र के साथ देहरादून घूमने जा रहे थे। वहां उनका दूसरा साला अंकित मिश्र रहता है। गुरुवार को प्रकाश संगम एक्सप्रेस से इलाहाबाद से देहरादून के लिए रवाना हुए।
छिन गई खुशियां
बच्चे मामा से मिलने और उनके साथ देहरादून घूमने का ख्वाब संजोए थे। ट्रेन मुरादाबाद जिले के मतलबपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो प्रकाश खानपान का सामान लेने के लिए ट्रेन से नीचे उतरे। इसी बीच ट्रेन चल पड़ी। प्रकाशी दौड़कर ट्रेन पर चढ़ने लगे तभी पैर फिसलने से वह नीचे गिरे और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। पति को आंखों के सामने मरता देख वंदना दौड़ी तो उनका भी पैर फिसल गया और वह घायल हो गई। यह देख प्रकाश के साले अंकित ने बच्चों को किसी तरह संभाला और परिजनों को हादसे की खबर दी। हादसे की मनहूस खबर परिजनों को हुई तो घर में मातम छा गया। परिजन शव लेने के लिए रवाना हो गए।