एस आर एन में हुआ लाश का सौदा, मृतक के पिता ने लगाया आरोप
आफताब फारुकी
इलाहाबाद। नवाबगंज थाना क्षेत्र गौसपुर गांव में शुक्रवार की शाम एक युवक ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा लिया। परिवार के लोग सीएचसी कौड़िहार ले गये, जहां चिकित्सकों ने हालत नाजुक देख नगर के स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के लिए रिफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान देर रात मौत हो गयी। मृतक के पिता का आरोप है कि अस्पताल कर्मचारियों ने मुझे बरगलाते हुए रूपये लेकर वहां से चुपचाप निकाल दिया। जब घर पहुंचे तो ग्रामप्रधान ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के गौसपुर गांव निवासी संतलाल का 22 वर्षीय पुत्र उग्रसेन उर्फ रूबी लगभग दो वर्ष पूर्व मुम्बई कमाने गया था। वहां से जब लौटा तो महिला के वेश में देखकर परिजन अश्चर्यचकित रह गये। जब उससे इसे वेश का कारण पूंछा तो उसने बताया कि मै मुम्बई में किन्नरों के साथ रहता था और उन्हीं का रूपधारण करने लगा। घरवालों ने जब उसकी हरकत और वेश का विरोध किया, तो उसने शुक्रवार को मिट्टी का तेल डालकर आग लगा लिया।
हलाकि परिवार के लोगों ने उसे बचाकर सीएचसी कौड़िहार ले गये। जहां उसकी हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने नगर के स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के लिए रिफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान देर रात मौत हो गयी। मृतक के पिता का आरोप है कि अस्पताल कर्मचारियों ने मुझे बरगलाते हुए कहा पोस्टमार्टम मत कराओं नही ंतो तुमारे बेटे के की और दुरगति हो जायेगी। लिहाजा मुझसे पांच हजार रूपये दे दो, मै तुम्हारे बेटे के शव को यहां से पीछे के रास्ते से चुपचाप निकालकर घर तक पहुंवा दूंगा।
पीड़ित का आरोप है कि वह इस पर राजी हो गया और किसी तरह साढ़े तीन हजार रूपये उक्त कर्मचारी को दे दिया। जिससे मेरे बेटे के शव को एम्बूलेंस के जरिये अस्पताल के पीछे निकलवा दिया। जब मै अपने बेटे के शव को लेकर गांव पहुंचा तो ग्रामप्रधान ने मुझे बहुत फटकारा और तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।