कंपनी बाग में साढ़े तीन हजार लोगों को फायदा
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : शहर के ह्रदय स्थल कहे जाने वाले कंपनी बाग में जल्द ही मॉर्निग वॉकर्स को निश्शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से भेजा गया प्रस्ताव शासन से मंजूर हो गया है। इससे लगभग साढ़े तीन हजार मॉर्निग वॉकर्स को लाभ मिलेगा, क्योंकि सुबह पांच बजे से नौ बजे तक ही मुफ्त प्रवेश दिए जाने का प्रस्ताव है।
देश के ऐतिहासिक पार्को में शामिल कंपनी बाग में एक मार्च 2017 से प्रवेश के लिए पांच रुपये टिकट लगने लगा है। इसके पहले इस पार्क में प्रवेश के लिए कभी टिकट नहीं लगता था। टिकट के लिए चार प्रमुख गेटों पर चार काउंटर बनाए गए हैं। इन गेटों पर 22 गॉर्ड रखे गए हैं। गेट संख्या एक पर पुलिस चौकी भी बनाई गई है। पार्क में प्रवेश शुल्क लगाए जाने का शहर के कई संगठनों ने विरोध भी किया था। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या भी आश्वासन दिए थे। अब शासन स्तर पर इसकी पहल हुई है। इस पर डीएम सुहास एलवाई ने कंपनी बाग की अधीक्षक डॉ. सीमा सिंह द्वारा सुबह के समय टहलने वालों को निश्शुल्क प्रवेश के लिए प्रस्ताव तैयार कराकर शासन को भेजवाया था। शासन से मंजूरी के बाद अब उच्च न्यायालय से आदेश का इंतजार है। दरअसल, हाईकोर्ट से ही इस पार्क के रखरखाव के लिए शुल्क वसूलने को कहा गया था। इस प्रस्ताव के लागू होने के बाद शाम को भी निश्शुल्क प्रवेश के लिए प्रस्ताव तैयार कराकर उसे शासन को भेजा जाएगा।
चंद्रशेखर आजाद ने दी थी शहादत
आजादी की लड़ाई के दौरान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जब अंग्रेजी फौज से घिरे थे तो इसी पार्क में खुद को गोली मार ली थी। पहले इस पार्क को अल्फ्रेड पार्क कहते थे। मौजूदा में इस पार्क का नाम अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क है। यहां अमर शहीद की प्रतिमा भी है। इसके अलावा पार्क परिसर में ही संग्रहालय, पुस्तकालय, मदन मोहन मालवीय स्टेडियम व संस्कृत विश्वविद्यालय भी है। बड़ी संख्या में पार्क में फलदार और फूलदार पौधे हैं। पार्क की स्थापना लगभग 130 वर्ष पहले बताया जाता है। पार्क के अंदर बने इसके दफ्तर का भवन 1907 में बना था।