नदियों में उफान आया तो मुश्किल में होंगे 198 गांव
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : कौशांबी में प्रमुख रूप से तीन नदियां हैं। इन नदियों को उफान आया तो 198 गांवों जलमग्न होंगे। इसके बाद इन गांवों के लोगों व मवेशियों की मुश्किलें बढ़ेंगी। बीते चार दिनों से बारिश शुरू होने के बाद नदियों के किनारे बसे गांवों के लिए काफी ¨चतित है। बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों आने वाली हर समस्याओं से निपटने को प्रशासन ने खाका तैयार कर लिया। अफसरों को आवश्यक निर्देश भी दिया गया है।
जनपद में गंगा, यमुना व ससुर खदेरी है। बारिश के मौसम में इन नदियों में उफान आता है। पिछले दिनों हुई बारिश को लेकर नदियों के किनारे बसे लोग बाढ़ को लेकर काफी परेशान हैं। बारिश की शुरुआत होने के बाद गंगा व यमुना किनारे बसे लोगों की नींद हराम है। ग्रामीणों को इस बात की ¨चता है कि यदि नदियों में उफान आया तो वह तबाह हो जाएंगे। पूर्व में बाढ़ आई बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हैं। बाढ़ से निपटने के लिए डीएम के निर्देश पर विभागाध्यक्षों ने खाका भी तैयार कर लिया है। राजस्व अधिकारियों ने इंतजाम कर लिया है।
बाढ़ से निपटने को 25 चौकी स्थापित
25 चौकियों में चायल के तिलगोड़ी, पुरखास, तिल्हापुर, भोपतपुर, सेवढ़ा, मूरतगंज, आलमचंद, उमरछा, उजिहनीखालास, मंझनपुर तहसील का महेवाघाट, शाहपुर, बैरमपुर, पभोषा, कटरी, कौशांबी, भखंदा महिला व सिराथू तहसील क्षेत्र गो¨वदपुर, कड़ा, हिसामपुर परसखी, बडनपुरकादीपुर, रसूलपुर, रमसहाईपुर, अझुवा आदि स्थान शामिल हैं।
बीमारी से बचाव को किया टीकाकरण
चायल में तिलगोड़ी, पुरखास, तिल्हापुर, भोपतपुर, सेवढ़ा, मूरतगंज, आलमचंद, उमरछा, उजिहनीखालास, मंझनपुर के महेवाघाट, शाहपुर, बैरमपुर, पभोषा, कटरी, कौशांबी, भखंदा महिला व सिराथू के गो¨वदपुर, कड़ा, हिसामपुर परसखी, बडनपुरकादीपुर, रसूलपुर, रमसहाईपुर, अझुवा आदि में गलाघोंटू का टीका लगाया जा चुका है।
मवेशियों के चारा की गई है व्यवस्था
बाढ़ आने के बाद मवेशियों के सामने चारा के संकट न हो। इसके लिए भी इंतजाम कर लिया गया है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. बीपी पाठक ने बताया कि बाढ़ यदि बाढ़ आई तो पशुओं के सामने चारा का संकट नहीं होगा। इस समस्या से निपटने के लिए भूसा व्यापारियों से संपर्क किया जा चुका है।
20 वर्ष पहले खदेरी में बाढ़ आई थी
वर्ष 1998 में गंगा यमुना व ससुर खदेरी नदी में बाढ़ आई थी, जिसकी वजह से 100 से अधिक गांव जलमग्न हो गए थे। इनमें नंदा का पूरा, भखंदा, छेकवा, दिया, धाना उपरहार, पॉली, हिसामबाद, कटरी, शाहपुर, कौशम इनाम, शहजादपुर, कड़ा, पलहना आदि गांव शामिल हैं।
बाढ़ से निपटने के पूरे इंतजाम : डीएम
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा का कहना है कि बारिश अधिक होने पर तीन नदियों में बाढ़ आ सकती है। पूर्व में आई बाढ़ के मद्देनजर बाढ़ से निपटने का इंतजाम कर लिया गया है। बाढ़ के कारण आने वाली हर समस्या से निपटने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।