पूव॔ विधायक की तालाब मे डूबने से हुई मौत
नूर आलम वारसी
बहराइच। बहराइच जिले के नानपारा में पूर्व विधायक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। विधायक की मौत की खबर मिलते ही लोगों का तांता उनके घर पहुंचने लगा। पल्लेदारी करने से लेकर टेंट का काम करने वाले वाले वारिस अली को बसपा ने 2007 अपना उम्मीदवार घोषित किया और वे नानपारा विधानसभा से विधायक चुने गए। वारिस अली ने 2017 में कांग्रेस का दामन थाम लिया था। विधायक की घर मे बने तालाब में डूबकर मौत होने की बात कही जा रही है लेकिन तालाब में मात्र कुछ फुट होने के चलते उनकी मौत भी अब सवालो के घेरे में है। एकाएक विधायक के मौत से की खबर सुनकर जहां लोग अचम्भित है वही उनकी डूबकर मौत होने का लोग विश्वास नही कर रहे है।
रविवार को बसपा के पूर्व विधायक रहे वारिस अली की तालाब में डूबकर मौत हो गई। नानपारा स्थित अपने आवास में उन्होंने मछलियों को पालने के लिए तालाब बनवा रखा था। कहा जाता है कि तालाब में पाली गई मछलियों को सुबह पूर्व विधायक चारा खिलाने के लिए गए थे इसी दौरान उनका पैर फिसल गया जिससे वे तालाब में डूब गए। सूत्रों की माने तो तालाब की गहराई अधिक नही होने के बावजूद विधायक की डूबकर हुई मौत चर्चा का विषय बना हुआ है।
वारिस अली वर्ष 2007 में बसपा के टिकट पर नानपारा विधानसभा से विधायक चुने गए थे विधायक। 2012 में बसपा ने उन्हें फिर पार्टी के टिकट पर मैदान में उतारा लेकिन वो हार गए थे । 2017 में जब बसपा ने उन्हें टिकट नही दिया तब उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा और कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडे और हर गए। पूर्व विधायक की पत्नी गुलशन भी वर्ष 2000 में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई यही। पूर्व विधायक की मौत पर उनके आवास पर देखने वालों का तांता लगा हुआ है लेकिन तालाब में डूबकर विधायक की मौत पर कोई विश्वास नही कर रहा।