बाढ चौकियों व राहत केन्द्रों पर उपलब्ध करायी जायें मूलभूत सुविधाये : मुख्य विकास अधिकारी

सुदेश कुमार

बहराइच 11 जुलाई। मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय ने कलेक्टेªट सभागार में बाढ़ तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के जिन युवाओं को बचाव एवं राहत कार्य के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया गया है ऐसे लोगों के पहचान के लिए उन्हें आई कार्ड भी निर्गत कर दिया जाय। उच्च अधिकारियों द्वारा बाढ़ क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान जो निर्देश दिये जायं उसको नोट किया जाय और निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन भी सुनिश्चित कराया जाय।

बाढ़ चैकियों पर डाक्टर, पशु चिकित्सक व अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती करते हुए उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाय। साथ ही बाढ़ चैकियों पर तैनात किए गये अधिकारियों एवं कर्मचारियों का नाम व मोबाइल नम्बर भी लिखवाया जाय। इसके अलावा लोंगो को जानकारी के लिए बाढ़ चैकियों पर बाढ़ से सम्बन्धित महत्वपूर्ण सूचनाओं का बड़ा बैनर भी लगवाया जाय।

उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बाढ़ चैकियों पर स्वच्छ पेयजल, शौचालय, प्रकाश आदि मूलभूत सुविधाओं का समुचित प्रबन्ध किया जाय। सभी सम्बन्धित उप जिलाधिकारी अपने तहसीलों के बाढ़ चैकियों का सघन भ्रमण कर बाढ़ चैकियों पर चाक चैबन्द व्यवस्था सुनिश्चित करायें। बाढ़ क्षेत्र में लगायी गयी नावों की नम्बरिंग करा दें ताकि पता चल सके कि नाव किस बाढ़ चैकी से सम्बन्धित है। साथ ही नावों पर नाविकों का मो.न. भी अंकित कराया जाय। गोताखोरों का सत्यापन कर उसका डाटा बेस तैयार किया जाय तथा उनको प्रशिक्षण भी प्रदान करा दिया जाय।

मुख्य विकास अधिकारी श्री पाण्डेय द्वारा निर्देश दिया गया कि जिला पंचायत राज अधिकारी बाढ़ चैकियों पर शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करायें तथा अधि. अभि. जल निगम बाढ़ चैकियों के हैण्डपम्पों को ठीक करा दें। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया गया कि बाढ़ क्षेत्रों में सचल मेडिकल दल की तैनाती सुनिश्चित कराने के साथ-साथ बाढ़ क्षेत्र में एम्बुलेन्स की भी व्यवस्था करायें। तहसील प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग मिलकर बाढ़ क्षेत्र के गर्भवती महिलाओ, दिव्यांगों व बुजुर्गों आदि की सूची भी तैयार करा लें। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया गया कि पशुओं को ठहराने के लिए ऊचें स्थानों का चिन्हित कर लें ताकि बाढ़ के दौरान पशुओं को ठहराया जा सके। इसके अलावा चारे व उपचार की भी व्यवस्था सुनिश्चित करायें। जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिया गया कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोंगो को शासन द्वारा अनुमन्य राहत सामग्री के वितरण की तैयारी समय से पूर्ण करा लें।

उन्हांेने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के विद्यालयों में शिक्षकों ड्यूटी, समय से सूचना देने, बच्चों को बाढ़ के समय से सुरक्षित विद्यालय लाने व ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया। बाढ़ के दौरान बाढ़ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में पानी आ जाने की दशा में वहां के बच्चों का पठन पाठन प्रभावित न हो इसके लिए पूर्व से ही यहा के बच्चों को निकट के विद्यालयों में पठन पाठन की व्यवस्था कराये जाने के लिए विद्यालयों का चयन कर लिया जाय। उन्होंने अधि.अभि. विद्युत को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति कराये जाने का निर्देश। सीडीओ ने जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी व सहायक निदेशक रेशम को निर्देश दिया कि तत्काल तटबन्धों की जांच आख्या उपलब्ध करा दें जिससे आवश्यक कार्यवाही करायी जा सके। साथ ही अधि.अभि. स.डेª.ख.प्र. को निर्देश दिया कि स्थानीय निरीक्षण के दौरान पायी गयी कमियों पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए अनुपालन आख्या 05 दिन में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ के समय फसलों में लगने वाले कीटों से बचाव हेतु कीटनाशकांे की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों हेतु नावों, नाविकों व अन्य सम्बन्धित उपकरणों का सत्यापन करा लिया जाय ताकि आवश्यकता पड़ने पर किसी भी प्रकार के दिक्कतों का सामना न करना पड़े। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बीमारियों के रोकथाम व उपचार हेतु आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर लें। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में औषधियों, विसंक्रमकों की उपलब्धता के अन्तर्गत जीवन रक्षक औषधियां, ओआरएस, एन्टी स्नेक वेनम, ब्लीचिंग पाउडर आदि की प्रचुर मात्रा मंे उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय।

बैठक में मौजूद एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर संजीव कुमार व रजनीश कुमार की ओर सुझाव दिया गया कि बाढ के समय संचालित किये जाने वाले राहत व बचाव कार्य के दौरान किसी भी स्तर पर संवादहीनता की स्थिति नहीं आनी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि राहत व बचाव के लिए संचालित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी आमजन तक भी अवश्य पहुॅचायी जाये इससे लोगों में संयम बना रहेगा तथा राहत व बचाव कार्यो को संचालित करने में आसानी होगी।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा, उप जिलाधिकारी कैसरगंज पंकज कुमार, नानपारा सिद्धार्थ यादव,  मिहींपुरवा (मोतीपुर) कीर्ति प्रकाश भारती, पुलिस क्षेत्राधिकारी महसी सिद्धार्थ तोमर, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बलवन्त सिंह, एनडीआरएफ के इन्सपेक्टर रजनीश कुमार व संजीव कुमार, डेªनेज खण्ड के अधि.अभि. शोभित कुशवाहा, सम्बन्धित तहसीलों के तहसीलदार व अन्य अधिकारी तथा स्वयं सेवी संस्था से संजय अवस्थी सहित अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहे

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *