जनपद न्यायाधीश ने किया लोक अदालत का निरीक्षण, कुल 7644 वादों/मामलों का हुआ निस्तारण
सुदेश कुमार
बहराइच 14 जुलाई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश मोहम्मद असलम की अध्यक्षता में दिवानी न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत का जनपद न्यायाधीश असलम ने अपर जिला जज कोर्ट न. 1 मृदुलेश कुमार सिंह, अपर जिला जज/नोडल अधिकारी लोक अदालत अमित कुमार पाण्डेय, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय मोहम्मद रियाज, विशेष न्यायाधीश ई.सी. एक्ट सुरेश चन्द्र द्वितीय, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव बसन्त कुमार जाटव के साथ विभिन्न न्यायालयों, विभागों व बैंकों द्वारा लगाये स्टालों का निरीक्षण किया।
अपर जिला जज/नोडल अधिकारी लोक अदालत अमित कुमार पाण्डेय ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों द्वारा सम्मनीय आपराधिक वादों के 2736, मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाओं के 16, वैवाहिक मामलों के 42, व्यवहारिक वाद के 27, राजस्व के 2350 तथा अन्य प्रकृति के 118 कुल 5289 लम्बित वादों का निस्तारण किया गया।
इसी प्रकार प्री-लिटिगेशन लोक अदालत में शमनीय अपराध के 80, बैंक वसूली के 940 मामले व टेलीफोन बिल के 25 मामले तथा अन्य प्रकृति के 1112 मामले कुल 2157 मामलों का निस्तारण किया गया। इस प्रकार प्री-लिटिगेशन के 2157 तथा लम्बित वादों 5289 कुल 7644 मामलों/वादों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त निस्तारित मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाओं में प्रतिकर की धनराशि रू. 4108486, आपराधिक वादों में अर्थदण्ड की धनराशि रू. 5250, बैंक वसूली में सेटेलमेंट की कुल धनराशि रू. 63042769 तथा टेलीफोन बकाया बिल से सम्बन्धित कुल धनराशि रू. 63639 है। राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में समस्त पिठासीन अधिकारियों एवं कर्मचारियों का सराहनीय सहयोग रहा।