बारिश की आस लगाए बैठे किसान गर्मी से बेहाल आम जनमानस
मु० अहमद हुसैन / जमाल
सिकंदरपुर बलिया 11 जुलाई। देशभर में मानसून आने के बाद से ही इसकी सक्रियता ठप है। कभी कभार ही बूंदाबादी दर्ज की गई है। पिछले कई दिनों से मौसम सुखा रहा। मंगलवार की सुबह से ही आसमान में बादल नदारद रहे और सूरज की तपिश से दिनभर लोग पसीना-पसीना होते रहे। पूर्वा के बावजूद भट्टी की गर्मी जैसी चली हवा ने उमस का एहसास करा दिया। हालांकि पूर्वांचल के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई और मौसम से कुछ राहत मिली। मंगलवार को भी मौसम की मार से जनमानस पसीना-पसीना होता रहा। पंखे की हवा में भी राहत तलाश रहे लोग पसीना पोछते रहे। इस दौरान अधिकतम तापमान लगभग 40 और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री के आसपास रहा। कभी कभार आसमान में काले बादल छा रहे हैं जिससे लोगों को एक आशा की किरण बनती जा रही है कि शायद बारिश हो लेकिन बारिश की आस लगाए आम जनमानस सहित किसान भी खेत में धान की रोपनी को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं। संसाधन संपन्न किसान तो अपने खेत में रोपनी शुरू कर चुके हैं। लेकिन संसाधन विहीन किसान जो केवल बारिश के पानी पर निर्भर है ईश्वर से आस लगाए हुए बैठे हैं।