शिक्षा की रोशनी हर गाँव व बस्ती तक पहुँचे यही मेरा मकसद – महमूद हसन

अज़ीम कुरैशी

नूरपुर बिना शिक्षा के इन्सान ऐसा एक कोरा कागज हे जिसके पास इल्म नही उसके पास कुछ भी नही शिक्षा से इन्सान इन्सान को पहचानता शिक्षा एक खजाना जितना खर्च करो उतना बढ़ता हे आज के समय मे बढ़ती भाग दोड़ के चलते कुछ लोग इल्म से महरूम रह जाते हैं ओर गरीबी के कारण कुछ अभिवावक अपने बच्चों को शिक्षा नही दे पाते इसी का उदाहरण पेश किया है महमूदुल हसन मिकरानी जो अशिक्षित बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने एवं बच्चों को शिक्षा के प्रति शिक्षा सीखने सिखाने का कार्य करते हैं उनहोने कहा की मुझे बहुत आनंद प्राप्त होता की मदरसो कालिजो स्कूलों मे जो गरीब बे सहारा बच्चों को शिक्षा के प्रति गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों को कलाम अशआर देश भक्ति गीत तथा नज्म मुकाल्मा याद कराता हु ओर भारत के वीर जवानों पर लिखी पुस्तकें भी देता हूँ जो की मुझे आनंद प्रदान करते हैं महमूदल हसन हर वर्ष की भाँती इस वर्ष भी 15 अगस्त को बच्चों मे देश के प्रति देशभक्ति की अलख जगाने आते हे ओर बच्चे उनकी सराहना करते नही थकते इस शुभ कार्य की सराहना करते हुए मरगूब रहमानी बिजनोर,कारी जियाउर्रहमान बिजनोरी,काजी नूर नींदढू,डॉ मनोज स्योहारा, मास्टर राजवीर तंगरोला, नसीम मिकरानी, सभासद शमीम मिकरानी ,ठेकेदार अजीजुर्रहमान,वकार भाई, मास्टर अशोकराज गुप्ता,राहुल यादव, स्वामी ओमवेश एव वार्ड वासियो आदि ने कूटी कूटी बधाई देते हुए इस कार्य की सराहना की

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