लोनी – नशे के कारोबारियों का वर्चस्व है इस इलाके में, लाख प्रयास करने के बाद भी जाने क्यों होती है पुलिस फेल
सरताज खान
गाजियाबाद / लोनी थाना क्षेत्र के अंसार बिहार व ट्रोनिका सिटी की कासिम बिहार कॉलोनी में नशे की मे बदस्तूर चालू है। इसे पुलिस कप्तान का ख़ौफ़ खत्म माने या सम्बन्धित पुलिस की अवैध कारोबारियों से मिलीभगत का परिणाम माना जाए । नशे की मण्डियों में गांजा ,समेक ,चरस ,जहरीली शराब आदि लगातार धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है। हालांकि पुलिस समय-समय पर कार्यवाही भी कर रही है। लेकिन पुलिस अवैध कारोबारियों पर पूर्णतया अंकुश लगाने में विफल रही है।
खौफ है इन नशे के कारोबारियों का कासिम बिहार में
सूत्रों के अनुसार कासिम बिहार में अजमेरी व जाकिर दशकों से निवास करते है। जिनका दिल्ली व एनसीआर में बड़े स्तर पर नशे का कारोबार है और कई बार जेल भी जा चुके है। जिनके पास कई दर्जन लोग माल सप्लाई करने में जुटे रहते है। करीब 3 साल पहले तक दोनो पति पत्नी का इस तरह सम्राज्य स्थापित था कि कासिम बिहार में दर्जनों अवैध कारोबारी इनके अलावा माल नही खरीद सकते थे। पुलिस के एक मुखबिर से कथित रूप से इनकी सांठगांठ होने के कारण इनकी कोई शिकायत भी करने की हिम्मत नही जुटा पाता था।
करीब 3 साल पहले रहीम नामक युवक कासिम बिहार में आया और उसने पुलिस से साठगांठ कर कासिम बिहार में ही जुए-सट्टे व गांजे का अवैध कारोबार शुरू कर दिया और कासिम बिहार के दर्जनों अवैध कारोबारियों ने बाहर व रहीम से माल खरीदना शुरू कर दिया। जो अजमेरी व उसके पति को हजम नही हुआ और रहीम व अजमेरी के बीच आपसी टकराव की स्थिति पैदा हो गयी। लगातार दोनो एक दूसरे को पुलिस से शिकायत कर पकड़वाने लगे कि कासिम बिहार में केवल उसी का दबदबा कायम रहे।कोई शिकायत भी न करे और कासिम बिहार में अवैध बिक्री कर रहे कारोबारी उन्ही से माल खरीदे और बिना ज्यादा मेहनत किये मोटा रुपया कमाया जा सके।
आखिर अजमेरी व जाकिर की जंग में हुई जीत
हालांकि पुलिस लगातार अवैध कारोबारी रहीम व अजमेरी और जाकिर के खिलाफ कार्यवाही करती रही है। लेकिन कभी भी रहीम के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नही हो पाती थी।करीब 20 दिन पहले पुलिस को चैकिंग दौरान 5 लोग मिले थे।जिनमें से दो लोग रहीम व जाकिर के भाई को पुलिस ने नकली करेंसी व भारी मात्रा में समेक के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और जाकिर ,गुलशन व इम्तियाज मौके से फरार हो गये थे। रहीम का जेल जाना अजमेरी व जाकिर के लिये सही साबित हुआ।उसके जेल जाने के बाद अब कासिम बिहार में जाकिर ने जमानत कराकर फिर से अपना दबदबा कायम करते हुए अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया है। सूत्रों की माने तो कासिम बिहार में जो भी अवैध कारोबार चल रहा है इन्ही के संरक्षण में चल रहा है और अवैध कारोबारियों को यही दोनो नशीला पदार्थ थोक में सप्लाई कर रहे है। अगर कोई इनकी बात नही मानता तो उसे पुलिस से पकड़वाने की धमकी देते है। सूत्रों की माने तो अजमेरी व जाकिर को पुलिस का एक मुखबिर भी संरक्षण दे रहा है।
पुलिस क्यो विफल हो जाती है अंकुश लगाने में
जानकारी के अनुसार मण्डियों में प्रवेश करने वाले चारो तरफ के हर चौक पर अवैध कारोबारियों के गुर्गे बैठे रहते है।जैसे ही पुलिस दिखाई देती है तो वे गुर्गे फोन या अन्य किसी माध्यम से अवैध कारोबारियों को जानकारी दे देते है।जानकारी मिलते ही अवैध कारोबारी अपना माल व खुद को छुपा लेते है। दूसरी और इन लोगो को नशेड़ियों की पहिचान होती है। यह कारोबारी जान पहिचान वाले लोगो या नशेड़ी दिखता हो उन्ही को माल सप्लाई करते है। पुलिस की तरह या नशेड़ी न दिखता हो उसे यह लोग माल देने से इंकार कर देते है।