ख़तरों से मुकाबले के लिए ईरानी सेना पूरी तरह तैयार – हबीबुल्लाह सय्यारी
आफताब फारुकी
इस्लामी गणतंत्र ईरान की सेना इस्लामी क्रांति के आरंभ से ही हर मंच पर उपस्थित रही है और उसने दु्श्मनों का हमेशा मुक़ाबला किया और देश में सुरक्षा स्थापित की और सीमाओं की रक्षा की। आज ईरान की सशस्त्र सेनाएं अतीत की तुलना में अधिक शक्तिशाली और अनुभव से ओतप्रोत है और समुद्री, हवाई और ज़मीनों सीमाओं की रक्षा करते हुए हर प्रकार की ख़तरों के मुक़ाबले के लिए तैयार हैं।
ईरानी सेना के वरिष्ठ कमान्डर ने कहा है कि ईरान की सशस्त्र सेना अपनी ज़मीनी, हवाई और समुद्री सीमाओं का उल्लंघन करने वाली हर प्रकार की कार्यवाही का मुंहतोड़ उत्तर देने की क्षमता रखती है। इस्लामी गणतंत्र ईरान की सशस्त्र सेना के डिप्टी कोआरडिनेटर और वरिष्ठ कमान्डर एडमिरल हबीबुल्लाह सय्यारी ने मंगलवार को तेहरान में मिलेट्री कालेज में कैडिटों को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान की सशस्त्र सेना प्रतिरक्षा क्षमताओं और तैयारियों के शिखर पर है।
उन्होंने कहा कि ईरान की सेना न केवल अपनी क्षमताओं और तैयारियों की रक्षा कर रही है बल्कि इसमें दिन प्रतिदिन वृद्धि भी कर रही है। एडमिरल सय्यारी ने कहा कि थल सेना, वायु सेना, नौसेना और एयर डिफ़ेंस यूनिट बहुत ही सैन्य अभ्यास अंजाम दे रहे हैं और यह क्रम जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान की सशस्त्र सेना अपनी क्षमताओं और योग्यताओं की बदौलत कहीं भी और किसी भी प्रकार के ख़तरों का मुक़ाबला करने को तैयार है।
क्षेत्र की वर्तमान स्थिति पर नज़र डालने से पता चलता है कि हालिया दिनों में ईरान के आस पास अतीत की तुलना में ख़तरा बढ़ गया है। अमरीका ने क्षेत्र को युद्ध की आग में झोंक दिया है और उसने क्षेत्रीय अरब देशों को अरबों डालर के हथियार बेचकर क्षेत्रीय देशों में हस्तक्षेप और क्षेत्र में प्राॅक्सी वार शुरु कर दिया है यही कारण है कि ईरान की सशस्त्र सेनाएं हर क्षेत्र में दुश्मनों से मुक़ाबले के लिए पूरी तरह तैयार हैं।