चीन अमरीका के एफ़-35 को निशाना बनाने में सक्षम मिज़ाइल डिफेन्स सिस्टम को टेस्ट करने ज रहा है
आदिल अहमद
9 मई 2017 की इस फ़ाइल फ़ोटो में सैन्य सफलता दिवस की परेड के दौरान मॉस्को के रेड स्कवाएर पर वाहन पर सवार एस-400 सिस्टम
चीन कुछ दिनों के भीतर, रिपोर्ट के अनुसार, रूस से ख़रीदे एस-400 मीज़ाईल डिफ़ेन्स सिस्टम को टेस्ट करने जा रहा है।
इस मामले में जानकार सूत्र ने रूसी न्यूज़ एजेंसी तास को शुक्रवार को बताया कि इस इंटरसेप्टर सिस्टम का जुलाई के अंत या अगस्त के शुरु में टेस्ट होगा।
सूत्र ने कहाः “जुलाई के अंत या अगस्त के शुरु में पीपल्ज़ लिब्रेशन आर्मी की इकाई जिसने रूस में ट्रेनिंग ली है, चीन के फ़ायरिंग ग्राउंड पर कृत्रिम बैलिस्टिक टार्गेट को निशाना बनाने की योजना रखती है।”
एस-400 का पूरा नाम ट्रम्फ़ मोबाइल मल्टिपल एंटी एयरक्राफ़्ट मीज़ाईल सिस्टम (एएएमएस) है। यह रूस निर्मित मीज़ाईल सिस्टम है जो 402 किलोमीटर दूर से फ़ाइटर जेट, मीज़ाईल और ड्रोन का पता लगाकर उन्हें ध्वस्त कर सकता है।
यह डिफ़ेन्स सिस्टम अमरीका के अत्याधुनिक स्टेल्थ फ़ाइटर एफ-35 को भी गिरा सकता है।
चीन ने 2015 में 3 अरब डॉलर के समझौते के तहत रूस के एस-400 सिस्टम को सबसे पहले ख़रीदा और इस सिस्टम की मीज़ाईल बैट्री उसे अप्रैल में मिली।