शेख़ ज़कज़की की आजादी रोकने के लिए सऊदी दबावः

आदिल अहमद

नाइजेरिया के वरिष्ठ धर्मगुरु की आज़ादी के लिए अदालती आदेश के 19 महीेने बाद भी उन्हें जेल से रिहा नहीं किया जा रहा है क्योंकि सऊदी अरब नहीं चाहता कि वह रिहा हों।

लेबनान से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र अलअखबार ने बताया है कि नाइजेरिया के वरिष्ठ धर्मरगुरु शेख़ ज़कज़की को गुरुवार को एेसी दशा में अदालत में पेश किया गया कि जब जेल में मस्तिष्काघात की वजह से उनका स्वास्थ्य बेहद खराब है।

19 महीने पहले ही अदालत जेल से उनकी रिहाई का आदेश दे चुकी है किंतु सऊदी अरब के दबाव की वजह से उन्हें आज़ाद नहीं किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि नाइजीरिया की अदालत वर्ष 2016 के अंत में  शैख़ ज़कज़की की रिहाई का आदेश दे चुकी है किंतु   नाइजेरिया की सरकार पर सऊदी अरब के दबाव की वजह से  इस देश के इस्लामी आंदोलन के नेता यथावत सेना के नियंत्रण में जेल में बंद हैं।

नाइजीरिया की सेना ने वर्ष 2015 में अल्लामा शैख़ ज़कज़की के ज़ारिया नगर में निवास स्थान पर हमला किया था जिसमें अल्लामा शैख़ ज़कज़की और उनकी पत्नी गम्भीर रूप से घायल हो गये थे और शेख ज़कज़की के तीन बेटे और उनके सैकड़ों समर्थक सेना के हमलों में शहीद हो गये।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *