सीवर एंड ट्रीटमेंट प्लांट में जहरीली गैस बनने से तीन जिंदगियों को बनाया निवाला

सरताज खान

गाजियाबाद / लोनी रविवार सुबह साढ़े 9 बजे लोनी प्रशासन में उस समय हड़कम्प मच गया। जब पुलिस को सूचना मिली कि 3 लोग जल निगम द्वारा बनाये गए करीब 40 फिट गहरे टैंक में गिर गए है। आनन – फानन में सीओ लोनी दुर्गेश कुमार सिंह , लोनी एसएचओ उमेश कुमार पांडेय , बॉर्डर थाना प्रभारी रोजन्त त्यागी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जिन्होंने दमकल विभाग ट्रॉनिका सिटी व साहिबाबाद एवम एनडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया।

उसके बाद करीब 2 घण्टे बाद एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंच 2 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों शवो को बाहर निकाला ।जिनमे से तीनो शवो की पहिचान संविदा कर्मी रोशनलाल 45 साल व महेश 42 साल व बुलबुल 26 साल के रूप में हुई। जानकारी के अनुसार यह प्लांट जल निगम ने सफाई के लिये इन्वायरकॉम कम्पनी को ठेके पर दिया था। कम्पनी ने किसी अन्य ठेकेदार को दे दिया। ठेकेदार ने संविदाकर्मियों को बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के तैनात कर दिया। लोनी थाना क्षेत्र के नशबंदी कॉलोनी डाबर तालाब पर बने इस प्लांट के लगभग 40 फिट गहरे टैंक में सीढ़ियों के सहारे उतरते थे और सीवर के पाइपों के मुह पर लगी पोलोथिन व कचरा वगैरह हटाकर पानी की सप्लाई सुचारू करते थे।

एक दूसरे को बचाने में गयी तीनो युवको की जान

शमीम निवासी नसबंदी कॉलोनी ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 9 बजे कर्मचारी रोशनलाल सफाई करने टैंक में उतरा था।जब वह करीब 10 मिनट तक बाहर नही आया तो उसे बचाने महेश टैंक में उतरा।उसी दौरान महेश भी बेहोश होकर करीब 10 फिट गहरे पानी मे गिरा।शमीम ने बताया कि दोनों को पानी मे डूबते देखकर वह भी सीढ़ियों से टैंक में उतर गया और डूबते हुए एक युवक की शर्ट पकड़कर ऊपर उठाने लगा। जब वह नही उठ पाया तो उसने ऊपर से एक युवक को टैंक में बुलाया। बाहर खड़े युवको में से एक युवक टैंक में उसके पास उतर गया।उसने बताया कि तब तक उसे दम घुटने का आभास होने लगा और वह आनन फानन में ऊपर चढ़ गया। तभी जो डूबते युवको को बचाने टैंक में उसकी मदद के लिये उतरा था वह भी दम घुटकर पानी मे गिरकर डूब गया। शमीम का दावा है कि टैंक में कोई जहरीली गैस बनी हुई थी।जिस कारण टैंक में जाते ही दम घुट जाता था और युवक बेहोश होकर पानी मे डूब जाता था।उसने बताया कि अगर वह दम घुटने का आभास होते ही बाहर निकलने में जल्द बाजी नही करता तो आज वह मौत के आगोश में समा गया होता।

सुरक्षा के होते इंतजाम तो बच जाती 3 जिंदगियां

मौके पर जमा हजारो की भीड़ में चर्चा हो होती रही और ज्यादातर लोग इनवायरकॉम कम्पनी को ही दोषी मान रहे थे कि इतने खतरनाक कार्य मे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यो नही थे।अगर सुरक्षा के इंतजाम होते तो तीन जिंदगियां बच जाती । लोग आपस मे यही चर्चा कर रहे थे कि ऐसी लापरवाह कम्पनी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिये।

भयंकर हादसे के बाद भी एसडीएम व ईओ पहुंची लेट

इतने बड़े हादसे के बाद भी लोनी प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी एसडीएम सतेंद्र कुमार सिंह करीब 1 बजे व नगर पालिका अधिशासी अधिकारी करीब 2 बजे मौके पर पहुंची।लेकिन जल निगम व एनवायरकॉम कम्पनी का कोई भी अधिकारी आखिर तक मौके पर नही पहुंचा।

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