आंगन में सो रहे युवक की गोली मारकर हत्या इलाके में फैली सनसनी पुलिस जांच में जुटी
सरताज खान
गाजियाबाद / लोनी थाना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम चिरौडी में मंगलवार देर रात घर के प्रांगण में चारपाई पर सो रहे एक व्यक्ति की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए गाजियाबाद मोर्चरी भिजवा दिया है। घटना के दौरान एक ही मच्छरदानी में बगल की चारपाई पर सो रही पत्नी को गोली की आवाज नहीं आने की बात को लेकर पुलिस असमंजस की स्थिति में है जो मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
मूल रूप से भनकला, मुजफ्फरनगर का रहने वाला दिलशाद लगभग 22 वर्षों से परिवार समेत ग्राम चिरौडी में रह रहा है। जिसका एक पुत्र राशिद उर्फ काले जो बेलदारी का कार्य करता है पिछले करीब 3 वर्षों से घर से कुछ ही दूरी पर अपनी पत्नी व बच्चों समेत खालिद नामक व्यक्ति का मकान किराए पर लेकर रहा था।
बीती रात घर के प्रांगण में एक ही मच्छरदानी के अंदर बिछी तीन चारपाई पर, जिनमें एक पर उसकी दो पुत्री सना, शीबा व एक पुत्र आशिफ तीन बच्चों के अलावा तीसरी पर उसकी पत्नी आशमीन सोई हुई थी। इसी दौरान रात के लगभग 2 बजे अचानक किसी अज्ञात चारपाई पर सो रहे राशिद को गोली मार दी। गोली चलने के कुछ देर बाद अचानक उसकी पत्नी द्वारा शोर मचाने पर वहां जमा आस-पास के लोगों ने राशिद के सिर में गोली लगने से उसे मृत देख घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए गाजियाबाद मोर्चरी भिजवा दिया है। उक्त घटना के मामले में थाना प्रभारी उमेश कुमार पांडे का कहना है कि एक ही मच्छरदानी में बगल की चारपाई पर सो रही उसकी पत्नी को गोली चलने की आवाज नहीं आना घटना को संदिग्ध दर्शाता है। मामले में जांच-पड़ता शुरू कर दी गई है जो भी सच्चाई निकलकर सामने आएगी उसका खुलासा कर दिया जाएगा।फिलहाल पीड़ित पक्ष की ओर से प्राप्त तहरीर के अनुसार अज्ञात हमलावरों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।
कॉलोनी में फैली शोक की लहर
घटना के बाद जहां परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है वही आस-पास कॉलोनी में शोक की लहर दौड़ गई है। लोगों का कहना था कि मृतक राशिद बहुत ही शांत स्वभाव का मिलनसार व्यक्ति था। जिसका कभी किसी के साथ कोई लड़ाई-झगड़ा भी नहीं हुआ। घटना के मामले में कुछ भी कहना समझ से परे हैं।