मधुबन (मऊ) – विभागीय संवेदनहीनता के चलते बदहाल है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
संजय ठाकुर
मधुबन/मऊ : सरकार जहा स्वास्थ सेवाओ को बेहतर बनाने व तरह तरह कि स्वास्थ्य सम्बन्धी योजनाएं चलाकर आम जनो तक पहुचाने में लगी हुई है।तो वही तहसील क्षेत्र के नेमडार स्थित वर्षो पुर्व बना प्राथमिक स्वास्थ केंद्र विभागीय संवेदनहीनता के चलते बदहाल पड़ा हुआ है।
कहने को तो यहां दो दो चिकित्सको कि तैनाती है।लेकिन चिकित्सक सप्ताह में सिर्फ एक या दो दिन ही नज़र आते है।शेष दिन एक फार्मासिस्ट के सहारे केंद्र चलता है।जिसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया। लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई।जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश भरा हुआ है।तहसील क्षेत्र के नेमडार स्थित प्राथमिक स्वास्थ केंद्र बन कर तैयार हुआ तो क्षेत्रीय लोगो को लगा कि अब क्षेत्र में स्वास्थ सुविधा बेहतर हो जाएगी और लोगो को इलाज के लिए लम्बी दुरी तय करने से निजात मिल जाएगी।
लेकिन कुछ ही समय के बाद यह खुशी मायूसी में बदल गयी।यहां स्वास्थ्य कर्मियों का दुर दुर तक अता पता नही स्वास्थ केंद्र का दरवाजा व खिडकिया टूटी पड़ी है। तथा प्रांगण में आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है लोगो को फ़तहपुर व मधुबन जाकर अपना इलाज कराने को विवश होना पड़ता है।ग्रामीण अनिल कुमार गौतम ।मो0 ज़ाकिर फ़िरोज़ दिनेश राकेश अरसद जुगनू आदि ने कहा कि कहने को तो डाक्टरों कि यहां तैनाती है मगर वास्तविकता कुछ और है यह केंद्र सिर्फ एक फार्मासिस्ट के सहारे चलता है। इस सम्बंध में जब स्वास्थ्य अधीक्षक राजीव पांडे से बात किया गया तो उन्होंने इस सब बातों से इंकार करते हुए जाच करने की बात कहा